गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की बाघुड़िया पंचायत स्थित केशरपुर-गुड़ाझोर के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बीते 10 माह से सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) नहीं हैं. पूर्व में हीरा मुर्मू थीं, जो प्रशिक्षण के लिए चली गयी हैं. अगस्त 2023 से सीएचओ नहीं है. कई माह तक केंद्र में कोई नहीं था. बंद पड़ा था. चिकित्सा पदाधिकारी ने एएनएम झरना पाल को पदस्थापित किया. वह भी कभी-कभार आती है. टीकाकरण के लिए बाहर जाती है. चिकित्सक और सीएचओ के नहीं रहने से गरीब मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. यहां जरूरी दवा भी नहीं है. केंद्र में अक्सर ताला लटका रहता है. कई मरीज आकर लौट जाते हैं. बाघुड़िया पंचायत में करीब 10 हजार की आबादी है, जिन्हें सरकारी चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही है. पंचायत में बीहड़ गांव मिर्गीटांड़, डुमकाकोचा, गुड़ाझोर आदि हैं.
ओपीडी भी ठप पड़ा है
बाघुड़िया पंचायत की मुखिया पबिता सिंह व मुखिया प्रतिनिधि सुनील कुमार सिंह ने बताया कि अगस्त में चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन सौंपकर एक सीएचओ देने की मांग की गयी थी. चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों के नहीं रहने से ओपीडी भी नहीं चल पा रहा है. इससे मरीज बगैर इलाज के लौट जा रहे हैं.
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