घाटशिला. घाटशिला अनुमंडल मुख्यालय में इन दिनों नारकीय स्थिति बनी हुई है. यहां मुख्य सड़कें बेहतर नहीं हैं. सड़क के किनारे नालियां बजबजा रही हैं. लोग अपने घरों का कचरा सड़क के किनारे फेंकते हैं. इससे डाकघर के पास कचरे का टीला बनता जा रहा है. जानकारी हो कि कचरे का टीला से कुछ दूरी पर एक निजी और एक सरकारी स्कूल है. प्रशासन भी ठोस कदम नहीं उठा रहा है. यही हाल घाटशिला मार्केट कॉम्प्लेक्स जाने वाली सड़क का है. यहां लोगों के घरों का गंदा पानी सड़क पर बहाया जा रहा है. गंदे पानी को लांघ कर लोग आते-जाते हैं. घाटशिला उप डाकघर जाने वाली सड़क पर प्लास्टिक समेत कचरा फेंका जा रहा है. पालतू पशु इसे बिखेर दे रहे हैं. सड़क किनारे दो जगहों पर कचरे का अंबार लगा है. लोग इसी सड़क से होकर आवागमन करते हैं. दो स्कूलों के बच्चे व शिक्षक इन्हीं कचरे को लांघते हुए आवागमन करने को विवश हैं.
मुसाबनी टाउनशिप में जहां-तहां कचरे का ढेर, लोग परेशान
मुसाबनी टाउनशिप में नियमित रूप से सफाई नहीं होने से लोगों को गंदगी के बीच रहना पड़ रहा है. मुसाबनी बाजार, बस स्टैंड में कचरे का ढेर लगा है. कूड़ेदान भरने के बाद लोग सड़कों पर कचरा फेंक रहे हैं. बस स्टैंड में गंदगी और दुर्गंध के बीच यात्रियों को दिक्कत होती है. बाजार के मुख्य रास्ते उत्कल एसोसिएशन के पास लंबे समय से कूड़ा का ढेर जमा है. दुकानदारों के साथ खरीदारों को परेशानी हो रही है. यहां सफाई अभियान पूरी तरह से फेल है. टाउनशिप की अधिकतर नालियां जाम हैं. बारिश होने पर नाली का पानी सड़कों पर बहता है. जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासनिक पदाधिकारियों की उदासीनता से टाउनशिप के निवासियों में आक्रोश है.
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