Ghatshila News: पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला के होटल जेएन पैलेस में गुरुवार को ‘प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह-2024’ का भव्य आयोजन किया गया. समारोह में घाटशिला अनुमंडल के स्कूलों के 10वीं और 12वीं के टॉप थ्री बच्चों को सम्मानित किया गया.
प्रभात खबर ने अपने सामाजिक दायित्व के तहत अनुमंडल के करीब 700 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण-पत्र देकर हौसला बढ़ाया. विद्यार्थियों को आगे और मेहनत कर अनुमंडल, जिला, राज्य व देश का मान बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया.
वरीय पदाधिकारियों के हाथों सम्मानित होकर विद्यार्थियों की खुशी दोगुनी हो गयी. उन्होंने प्रभात खबर का आभार जताया. इसके पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया. समारोह में शामिल छात्र-छात्राओं का उत्साह देखते ही बन रहा था.
मेडल पाकर बच्चे फूले नहीं समा रहे थे. समारोह स्थल विद्यार्थियों और अभिभावकों से खचाखच भरा था. मुख्य अतिथि डीएफओ ममता प्रियदर्शी, सोना देवी यूनिवर्सिटी के कुलपति, प्रभात खबर के संपादक संजय मिश्र, यूनिट हेड पिनाकी गुप्ता और शिक्षाविदों के हाथों विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया.
माता-पिता को बेस्ट फ्रेंड बनायें, मोबाइल का सही उपयोग करें : डीएफओ
मुख्य अतिथि डीएफओ (जिला वन पदाधिकारी) ममता प्रियदर्शी ने मोटिवेशनल स्पीच से बच्चों को प्रोत्साहित किया. उन्होंने ऐसे आयोजन के लिए प्रभात खबर को धन्यवाद दिया. कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को सफल होने पर गौरवान्वित महसूस करने का मौका प्रदान करना है.
उन्होंने कहा कि किताबों से मिली शिक्षा को आचरण में लाना बेहद आवश्यक है. आप छात्र जीवन में ऐसा प्रदर्शन करें कि दूसरों के लिए उदाहरण बन सके. मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग करने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए विद्यार्थियों को अपने समय का सही इस्तेमाल व लक्ष्य पर फोकस करना जरूरी है. मोबाइल से पर्याप्त दूरी बनाने व मोबाइल का सकारात्मक प्रयोग कर अच्छा दोस्त बनाने के टिप्स डीएफओ ने दिये. बच्चे कोशिश करें कि उनका बेस्ट फ्रेंड उनके माता-पिता हों. सफलता पाने के लिए लक्ष्य तय कर निरंतर प्रयास करें.
अभिभावक अपनी इच्छा बच्चों पर न थोपें : चंद्रिका माइती
गालूडीह विजडम एकेडमी स्कूल की प्रिंसिपल चंद्रिका माइती ने कहा कि जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में ऐसे कार्यक्रम करना आम है. घाटशिला जैसे छोटे कस्बे में आयोजन कर प्रभात खबर अखबार ने सराहनीय कार्य किया है.
उन्होंने अभिभावकों से कहा कि अपने बच्चों पर अपनी इच्छा को न थोपें. अपने बच्चों की तुलना दूसरे से कभी ना करें. प्रत्येक बच्चों की रुचि, प्रतिभा और चुनौतियां अलग-अलग होती हैं. उनके रुचि के विपरीत जाने पर करियर बर्बाद हो सकता है. आमतौर पर अभिभावक अपने करियर में जो नहीं कर पाते हैं, वे अपने बच्चों से करवाने का सपना रखते हैं. यह पूरी तरह से गलत है.
बाधाएं आयेंगी, सफल होने तक मेहनत करते रहें : डॉ जेपी मिश्रा
सोना देवी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जेपी मिश्रा ने कहा कि इंसान ईश्वर की सबसे बेहतर कृति हैं. हर इंसान हीरा है, बस उसे अपने आप को निखारने की जरूरत है. गुरु, शिक्षण संस्थान और माता-पिता के मार्गदर्शन से बच्चों के जीवन में निखार आ सकता है. सफलता के मार्ग में कई बाधाएं आयेंगी, उन्हें मजबूती से पार करना है. सफल होने तक परिश्रम करना है.
स्वयं लक्ष्य तय करें विद्यार्थी : डॉ गुलाब सिंह
सोना देवी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ गुलाब सिंह आजाद ने कहा कि प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया जाना प्रभात खबर अखबार की एक अनोखी पहल है. यह वास्तव में क्षेत्र के विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रहा है.
उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी के कहने पर लक्ष्य तय करने की बजाय स्वयं लक्ष्य तय कर आगे बढ़ें. विद्यार्थियों को सलाह देते हुए कहा कि जीवन की सुंदरता सरलता में है. छात्र संयम बरतें तथा अपनी ऊर्जा को दूसरे कार्यों में बेकार बर्बाद ने करें. उन्होंने कहा कि कर्म ही जीवन का मूल है.
गरीब छात्रों के सपनों को पूरा करने का अवसर देगा प्रभात खबर : संजय मिश्र
प्रभात खबर जमशेदपुर के स्थानीय संपादक संजय मिश्र ने कहा कि सिर्फ प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन ही हमारा उद्देश्य नहीं है. हमारा प्रयास प्रतिभावान गरीब छात्रों की आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने के मार्ग को तलाश करना है.
प्रभात खबर गरीब बच्चों और उनके अभिभावकों के सपनों को पूरा करने का अवसर प्रदान करेगा. आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों के लिए सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों से सहयोग दिलाने को लेकर प्रभात खबर पहल करेगा.
अपना भविष्य संवारें विद्यार्थी : चंदन कुमार
अरका जैन यूनिवर्सिटी के चंदन कुमार ने बताया कि मैट्रिक व इंटर की परीक्षा के बाद बच्चे अरका जैन यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर अपना भविष्य संवार सकते हैं. झारखंड, बंगाल और बिहार में यह पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, जिसे नेक- ए की रेटिंग मिली है. अब देश की टॉप कंपनियां इस कॉलेज में प्लेसमेंट के लिए आ सकेंगी. इसका फायदा सीधे-सीधे विद्यार्थियों को होगा.उन्होंने पारा मेडिकल कोर्स और बीटेक की पढ़ाई के बारे में विस्तार पूर्वक बताया.
अर्जुन की तरह लक्ष्य पर ध्यान रखें : डॉ सुरेश कुमार
चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज के डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि मैट्रिक और इंटर की परीक्षा सफलता का पहला पड़ाव है. आगे सफलता की कई सीढ़ियों को तय करना है. अर्जुन की तरह लक्ष्य साधकर पूरे तन्मयता के साथ परिश्रम करें. विद्यार्थी याद रखें कि परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है.