गुड़ाबांदा. गुड़ाबांदा प्रखंड की सिंहपुरा पंचायत स्थित धातकीडीह गांव में आदिम जनजाति सबर की दो बच्चियां अज्ञात बीमारी की चपेट में हैं. इससे संबंधित खबर 21 जनवरी के अंक में प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया. इसके बाद मंगलवार को उपायुक्त व सिविल सर्जन के निर्देश पर गुड़ाबांदा के बीडीओ डांगुर कोड़ाह ने संज्ञान लिया. उन्होंने दोनों बच्चियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा. दरअसल, गरीबी के कारण माता-पिता इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं. इसके कारण बीमारी लगातार बढ़ रही है. एक परिवार की दो बच्ची संध्या सबर व कविता सबर को एक ही बीमारी है.
दो वर्ष के बाद बीमार होने लगीं बच्चियां
बच्चों की मां गुरुवारी सबर ने बताया कि जन्म के दो वर्ष बाद दोनों बच्चियां ऐसी बीमारी से ग्रसित है. शरीर में चकता उभर आया है. आंखों की रोशनी घटती चली गयी. अब बच्चियों को हल्का धुंधला नजर आता है. बच्चियों की मां के मुताबिक, एक बार घाटशिला जाकर निजी डॉक्टर से मिले थे. आवश्यक राशि नहीं जुटा पाने के कारण इलाज नहीं करा पाये. बच्चियों के पिता सुफल सबर मजदूरी करते हैं.
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी डांगुर कोड़ाह ने कहा कि समुचित इलाज के लिए एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया. मौके पर मुखिया कानाई लाल माहली, कल्याण पदाधिकारी ललित शर्मा आदि उपस्थित थे. इसके पूर्व दोनों बच्चियों व उसके माता-पिता को ममता वाहन से घर से सीएचसी लाया गया. यहां डॉ सोमाय हांसदा ने जांच व कागजात तैयार करने के बाद 108 एंबुलेंस से देर शाम सदर अस्पताल भेजा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है