डुमरिया. डुमरिया प्रखंड की केंदुआ पंचायत स्थित कलियामकोचा गांव के सांपकोचा टोला की जलमीनार लगभग दो साल से खराब है. पानी का संकट झेल रहे ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध जताया. ग्रामीण पेयजल के लिए दिनभर भटकते हैं. टोला में लगभग 30 परिवार रहते हैं. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से शिकायत के बाद भी मरम्मत नहीं की जाती है. सांपकोचा के ग्रामीण सूखी नदी किनारे चुआं बनाकर पीने का पानी लेते हैं. घर लाकर पानी को उबालकर पी रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया की जलमीनार खराब होने की सूचना विभाग को देने बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया.
विभाग जवाबदेह नहीं, झाड़ रहा पल्ला
कांग्रेस के जिला सचिव रघुनाथ देवगम ने बताया कि केंदुआ पंचायत के सुदूर गांवों में पेयजल की समस्या गंभीर है. विभाग को सूचना देने पर जेई ने बहाना बनाते हुए कहा कि यह पुरानी जलमीनार है. इसे बनाने का फंड नहीं है. जेई कभी कहते हैं ठेकेदार से बात करना है, कभी कहते हैं यह जलमीनार मुखिया फंड का है. अगर विभाग जवाबदेही नहीं ले सकता है, तो ऐसे विभाग को बंद कर देना चाहिए.
जलापूर्ति योजना में मची है लूट
डुमरिया प्रखंड में जलमीनार और पानी टंकी निर्माण के नाम पर लूट मची है. इसमें लाखों के प्राक्कलन में घोटाला किया जा रहा है. जगह-जगह पानी टंकी बन गयी, लेकिन मानक के अनुरूप नहीं है. कालियामकोचा में विरोध जतानेवाले ग्रामीणों में चंद्रो होनहागा, जानकी होनहागा, मानकी होनहागा, जानू होनहागा, सुनमुनी सबर, सुनी सबर, बसंती सरदार, मालती होनहागा, श्रीमती होनहागा, मेचो होनहागा, नामसी होनहागा, सामू होनहागा आदि उपस्थित थे.
पानी टंकी में लीकेज, भरने के साथ हो जाता है खाली
चाकुलिया. चाकुलिया स्थित बड़ामारा के मुंडा टोला में करीब चार वर्ष पहले लगी सोलर जलमीनार कुछ दिनों बाद जवाब देने लगी. योजना के तहत सीमेंट, बालू और पत्थर के सहारे विशाल टंकी का निर्माण कराया गया. कुछ दिनों बाद टंकी में लीकेज शुरू हो गया. टंकी में पानी भरने के थोड़ी देर में पानी निकल जाता है. मुंडा टोला में दर्जनों परिवार रहते हैं. पानी टंकी में लीकेज से परेशानी का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण मोती लाल मुंडा, मंगल चन्द्र मुंडा, बैद्यनाथ मुंडा, खारपु मुंडा, जीतेन मुंडा, गंगा राम हांसदा, ओम प्रकाश गोस्वामी आदि ने बताया कि मामले की शिकायत स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर पंचायत में आयोजित जनता दरबार में उपस्थित पदाधिकारियों से की गयी. अबतक दुरुस्त करने को लेकर कोई पहल नहीं की गयी है. जिससे क्षेत्र के लोगों में रोष है.
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