गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की बाघुड़िया पंचायत स्थित पहाड़ की तलहटी पर बसे गुड़ाझोर गांव के डुंगरीकुली टोला में आठ दिनों से ब्लैक आउट है. यहां करीब 25 परिवार निवास करते हैं. सभी भूमिज समाज के हैं. यहां के अधिकांश लोग लकड़ी व पत्ता बेचकर गुजारा करते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि आठ दिन पहले गांव के बिजली खंभे से फ्यूज उड़ गया. इसके बाद बिजली मिस्त्री को फोन कर रहे हैं, पर कोई नहीं आया. गांव आठ दिन से अंधेरे में डूबा है.
मरम्मत के लिए पैसे की मांग करता है मिस्त्री
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली मिस्त्री को बुलाने से भी नहीं आता है. कहता है पैसा नहीं देने से नहीं बनायेंगे. सप्ताह में दो बार फ्यूज उड़ता है. प्रत्येक बार पैसे की मांग की जाती है. यहां के लोग लकड़ी बेचकर गुजारा करते हैं, बार बार पैसा कहां से देंगे. इसके कारण जब खराबी होती है, तो सप्ताह-सप्ताह भर मरम्मत नहीं होती है.
गांव में अक्सर घुस जाते हैं हाथी
ग्रामीणों ने कहा कि हमलोग पहाड़ की तलहटी पर रहते हैं. रात में जंगली हाथी का भय बना रहता है. बिजली रहने से कम से कम हाथी के गांव में आने से दिख जाता है. बिजली नहीं रहने से हाथी से जान को खतरा बना रहता है. ग्रामीणों ने कहा कि आसपास के गांवों में बिजली जल रही है. हमारे गांव में अंधेरा है.
गांव में दूसरा मिस्त्री देने की मांग
ग्रामीणों ने दूसरा बिजली मिस्त्री देने की मांग विभाग से की. आठ दिनों से बिजली नहीं रहने पर मंगलवार को गांव में ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. मौके पर ग्रामीण उमेश्वर सिंह, सुरेश सिंह, मलिद्र सिंह, रुपाली सिंह, इंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, समीर सिंह, लालू सिंह, सरला सिंह, पार्वती सिंह, मंगल सिंह आदि अनेक ग्रामीण उपस्थित थे.
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