झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ, झारखंड प्रदेश के आह्वान पर गढ़वा जिला इकाई के तत्वावधान में रमकंडा प्रखंड के सभी मनरेगा कर्मियों ने 18 से 20 जुलाई तक सांकेतिक हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. इसके बाद भी सम्मानजनक वार्ता नही होने पर 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कही गयी है. मंगलवार को मनरेगा कर्मियों ने इसकी सूचना रमकंडा के प्रखंड विकास पदाधिकारी देवानंद राम को दी है. मनरेगा बीपीओ सुनील कुमार ने बताया कि झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ, झारखंड प्रदेश के आह्वान पर गढ़वा जिला इकाई के तत्वावधान में गत 13 जुलाई को वादा निभाओ- स्थायी करो मुहिम के तहत उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव से पहले संविदा संवाद और रात्रि चौपाल के माध्यम से सभी संविदा कर्मियों को स्थायी करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के साढ़े चार वर्ष पूर्ण होने के बाद भी संविदा कर्मियों से किये गये वादे से सरकार ने मुंह फेर लिया है. श्री कुमार ने कहा कि हड़ताल पर चले जाने से प्रखंड में संचालित अबुआ आवास योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत बागवानी व बिरसा सिंचाई कूप निर्माण की योजना बाधित हो जायेगी. उपस्थित लोग : बीडीओ को लिखित सूचना देने के दौरान कनीय अभियंता अरविंद कुमार, सहायक अभियंता संजय कुमार, रोजगार सेवक उदय राम, निजामुद्दीन सिद्दीकी, कांता टोप्पो, निशि बेक, मनोज कुमार, राजेश कुमार, संजय लकड़ा व जितेंद्र त्यागी सहित अन्य मनरेगाकर्मी उपस्थित थे.
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