पूर्व विधायक सह भाजपा नेता सत्येंद्रनाथ तिवारी ने झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद एवं राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) नयी दिल्ली को पत्र लिखकर रंका व रमकंडा प्रखंड में हो रहे अवैध पत्थर खनन एवं पत्थर क्रशिंग रोकने की मांग की है. आवेदन में उन्होंने कहा है कि जिला खनन पदाधिकारी, अंचल पदाधिकारी रंका, रमकंडा एवं वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के रंका व रमकंडा में अवैध पत्थर खनन व पत्थर क्रशिंग किया जा रहा है. इस पर तत्काल रोक लगायी जानी चाहिए. उन्होंने कहा है कि इन क्षेत्रों में दर्जनों पत्थर खदान एवं क्रशर प्लांट संचालित हो रहे हैं. खनन विभाग की अनदेखी करते हुए कई लीजधारकों ने गैरमजरूआ जमीन का गलत तरीके से म्यूटेशन कराकर मानक के विपरीत खनन एवं क्रशिंग का काम भारी पैमाने पर किया जा रहा है. इसकी वजह से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. इसके अलावे लोगों की खेती बाड़ी एवं रहन-सहन भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. पत्थर खनन के दौरान ब्लास्टिंग की वजह से गउरगाड़ा, पुरेगाड़ा, पिंडरा, गासेदाग व चटकमान गांव के लोगों के घरों में दरारें पड़ गयी है. इस वजह से ग्रामीण उजड़ने के कगार पर हैं. उन्होंने एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाकर अवैध खनन की जांच कराने तथा संबंधित पदाधिकारियों एवं खनन करनेवाले लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है
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