मॉनसून की बारिश न होने से मायूस किसानों के चेहरे शनिवार को खिल उठे. जिले के रमकंडा प्रखंड क्षेत्र में शनिवार की सुबह हुई जोरदार बारिश से खेतों की क्यारियां तालाब में तब्दील हो गयी. करीब चार घंटे तक रमकंडा प्रखंड में हुई बारिश से जहां क्यारियों में बारिश का पानी नदी की तरह बहने लगा, वहीं ग्रामीण व बच्चे मच्छरदानी लेकर मछली मारने के लिए खेतों में उतर गये. सुबह छह बजे से अचानक शुरू हुई बारिश 10 बजे तक होती रही. इस बारिश से रमकंडा क्षेत्र के तेबरदाहा व हाठु नदी में बाढ़ आ गयी. वहीं प्रखंड मुख्यालय स्थित बड़का आहर सहित अन्य छोटे छोटे तालाबों में पानी भर गया. इस तरह झमाझम बारिश होने से भदई फसलों में मक्का, अरहर की फसलों को फायदा होगा. वहीं खेतों में डाले गये धान के बिचड़े अब अंकुरित होने लगेंगे.
भारी बारिश से प्रखंड मुख्यालय स्थित बड़का आहर पानी से भर गया. वहीं यह पानी कस्तूरबा विद्यालय में घुस गया. इससे विद्यालय में आने-जाने में परेशानी हो रही है. बताया गया कि तालाब के किनारे बनाये गये कस्तूरबा विद्यालय को यह समस्या प्रतिवर्ष झेलनी पड़ती है. बरसात के मौसम में प्रत्येक वर्ष तालाब का पानी पूरे बरसात कस्तूरबा विद्यालय में घुसा रहता है.
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