गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र के बंगालीडेरा स्थित कनहर, जनेवा, जोन्हीखांड़ व बिजका सहित रमकंडा के चेटे स्थित हाठु नदियों से इन दिनों बालू का अवैध उत्खनन फिर शुरू हो गया है. रात भर इन नदियों से बालू का उत्खनन कर बालू माफिया इसे ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं. बरसात के दौरान बालू उत्खनन पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की रोक हटने के बाद बालू का अवैध कारोबार अब तेजी से होने लगा है. हालांकि रोक के दौरान भी कमोबेश यह कारोबार जारी था. बंगालीडेरा की कनहर नदी, जोन्हीखांड़ व जनेवा की नदियों से निकाला गया अवैध बालू भंडरिया, नौका व जोन्हीखांड़ सिंजो में सड़क निर्माण में लग रहा है. यही बालू रमकंडा पहुंच रहा है. बारिश के दौरान उक्त नदियों के बालू घाटों तक जाने वाली कच्ची सड़कों की स्थिति बदतर हो गयी थी. इस कारण तीन महीने तक इन नदियों से बालू का उत्खनन बंद हो गया था. लेकिन अब पानी कम होने पर बालू तस्करों ने सड़कों की मरम्मत कराकर बालू उठाव शुरू कर दिया. ग्रामीण बताते हैं कि भंडरिया के बिजका पिकेट के बगल में स्थित नदी से रात भर अवैध बालू का उठाव कर इसे रमकंडा पहुंचाया जा रहा है.
रमकंडा में वन समिति ने लगा रखी है रोक : रमकंडा प्रखंड क्षेत्र के गोबरदाहा की बघमरिया, बलिगढ़ के पपरा व तेतरडीह की नदियों से ग्रामीणों ने बालू के अवैध उत्खनन पर रोक लगा रखी है. करीब एक माह पहले ही वन समितियों ने नदियों में जाने वाले सभी रास्तों को अवरुद्ध कर रखा है. वहीं बालू माफियाओं को सख्त चेतावनी भी दी गयी है. वन समितियों की सख्ती के बाद इन नदियों से अवैध बालू का उत्खनन बंद है.
छापेमारी कर कार्रवाई होगी : एसडीपीओइस संबंध में पूछे जाने पर रंका अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रोहित रंजन सिंह ने कहा कि अवैध बालू के कारोबारियों के खिलाफ लगातार छापेमारी हो रही है. बिजका थोड़ा सुदूर क्षेत्र होने के कारण वहां थोड़ी परेशानी होती है. पर इन नदियों से हो रहे अवैध ढुलाई पर छापेमारी कर कार्रवाई की जायेगी.
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