ग्रामसभा के निर्णय को ठुकरा कर रमकंडा के बिचला टोला के आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका का चयन किये जाने से आक्रोशित भूमि दाता ने आंगनबाड़ी में तालाबंदी कर दी. ऐसे में अब बिचला टोला के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या तीन में नामांकित करीब 30 बच्चों की शिक्षा, पोषाहार सहित अन्य सुविधाएं मिलना बंद हो गया है. करीब पांच दिनों से बंद पड़े आंगनबाड़ी केंद्र को खुलवाने को लेकर रंका बीडीओ सह सीडीपीओ देवानंद राम या वरीय पदाधिकारियों की ओर से कोई पहल नही की जा रही है. उल्लेखनीय है कि इस आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका ठाकुरमनी देवी के सेवानिवृत्ति के बाद यहां सेविका चयन की प्रक्रिया शुरू की गयी. चयन को लेकर निर्धारित तिथि को हंगामे के कारण इसे रद्द करना पड़ा. इधर आठ अगस्त को रंका बीडीओ सह सीडीपीओ देवानंद राम पत्र जारी कर सेविका का चयन करने पहुंचे. ग्रामीणों की ओर से कहा जा रहा है कि अधिकारियों ने नियमों की अवहेलना कर पक्षपात पूर्ण तरीके से चयन की प्रक्रिया पूरी की. जबकि अन्य अभ्यर्थियों की उच्च शिक्षा व अतिरिक्त शिक्षा के अंकों को नही जोड़ा गया. इसके अलावे बीडीओ ने ग्रामसभा के निर्णय को भी ठुकराते हुए सीधे तौर पर शहीदा बीबी नामक अभ्यर्थी के चयन होने की बात कही और चुनाव स्थल से निकल गये.
दरअसल इस आंगनबाड़ी के भवन निर्माण को लेकर जमीन नहीं मिलने पर वर्ष 2015 में तत्कालीन मुखिया लीलावती देवी की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई थी. इस ग्रामसभा में ग्रामीणों की उपस्थिति में बिचला टोला निवासी जाल मोहम्मद अंसारी ने खाता संख्या-114, प्लॉट-151 में सात डिसमिल जमीन दी थी. ग्रामसभा में यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि जमीन देने वाले के परिवार के सदस्यों में से किसी एक को प्राथमिकता के आधार पर आंगनबाड़ी केंद्र में पद रिक्त होने पर सेविका या सहायिका के पद पर नियुक्त किया जायेगा. लेकिन इस चुनाव प्रक्रिया में ग्रामसभा के निर्णय को बीडीओ ने नियमावली से बाहर बताकर भूमि दाता के पारिवारिक सदस्य के अभ्यर्थी उम्मे रोबाब के चयन मामले पर चुप्पी साध ली. ग्रामीणों ने बताया कि इधर एक दूसरे अभ्यर्थी शबनम परवीन के डीएलएड प्रशिक्षण के अंकों को भी नही जोड़ा गया.
ग्रामसभा का निर्णय बहाल होने तक रहेगा ताला : अली राजा
इस मामले में भूमि दाता के पारिवारिक सदस्य अली राजा ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि ग्रामसभा के निर्णय को दरकिनार किया गया. जब वह इस अनियमितता की शिकायत करने पहुंचे, तो उन्होंने लिखित आवेदन लेने से इंकार कर दिया. प्रेस बयान में कहा है कि जब तक इस चुनाव में ग्रामसभा का निर्णय बहाल नही किया जाता, तब तक उनकी जमीन पर बने आंगनबाड़ी केंद्र में ताला बंद रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है