जिले के नगर ऊंटारी अनुमंडल मुख्यालय स्थित शंकर प्रताप देव इंटर कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों ने शनिवार को उपायुक्त शेखर जमुआर से मिलकर कॉलेज के शासी निकाय पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कहा गया है कि महाविद्यालय के शासी निकाय के सचिव राज राजेन्द्र प्रताप देव गत छह माह से महाविद्यालय के सुचारू रूप से संचालन में विभिन्न प्रकार से बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. कॉलेज कैंपस में कर्मचारियों के साथ मारपीट एवं गाली-गलौज करने के कारण महाविद्यालय कर्मियों में भय व्याप्त है. शिक्षकों के अनुसार गत अक्तूबर-2013 में शंकर प्रताप देव डिग्री कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य कृष्णा जायसवाल को बिना किसी वैध प्रक्रिया का पालन किये मनमाने तरीके से इंटर का प्रभारी बना दिया गया. वहीं पूर्व प्रभारी राजू प्रसाद राज को जबरन हटा दिया गया. जबकि कृष्णा जायसवाल की नियुक्ति का कोई वैध आधार नहीं है. इस मामले में कोई विज्ञापन प्रकाशित नहीं हुआ था और न ही यह पद रिक्त था. यहां तक कि शासी निकाय की बैठक कराने या जैक से अनुमति लेने की भी जरूरत महसूस नहीं की गयी. बैंक खाता में हस्ताक्षरी बनवा दिया : सचिव ने 16 अप्रैल 2024 को भारतीय स्टेट बैंक की नगर उंटारी शाखा में जाकर महाविद्यालय के खाता में कृष्णा जायसवाल को पूर्व प्रभारी के स्थान पर हस्ताक्षरी बनवा दिया. तब से उसी के हस्ताक्षर से उक्त खाता का संचालन किया जा रहा है.यह एक वित्तीय अपराध है. शिक्षकों ने इस मामले में व्यापक जांच कराने की मांग की है. इस मामले में महाविद्यालय कर्मियों ने सचिव के मनमाने रवैया को लेकर एसडीओ सह शासी निकाय के अध्यक्ष से शिकायत की थी. लेकिन कोई कार्रवााई नहीं की गयी.
ज्ञापन देने वाले : ज्ञापन देनेवालों में व्याख्याता सह शिक्षक प्रतिनिधि शासी निकाय सदस्य दिनेश कुमार सिंह, मदन सिंह, अरविंद प्रसाद गुप्ता, गंगेश्वर राम, विक्की कुमार गुप्ता, पंकज कुमार चतुर्वेदी व निखिल रंजन का नाम शामिल है.
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