मोखापी गांव निवासी डायरिया पीड़ित एक व्यक्ति की सदर अस्पताल में रविवार की रात मौत हो गयी. इधर कई पीड़ित लोगों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मझिआंव एवं सदर अस्पताल गढ़वा में इलाज चल रहा है. गौरतलब है कि कांडी प्रखंड के खरौंधा पंचायत के मोखापी गांव में पिछले 12 – 13 दिनों से लोग डायरिया से पीड़ित हैं. स्थानीय स्तर पर ग्रामीण चिकित्सकों का द्वारा इलाज कराये जाने से लाभ नहीं होने पर कई लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझिआंव एवं सदर अस्पताल गढ़वा भेजा गया. इस बीच प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोविंद प्रसाद सेठ के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने कई दिन मोखापी गांव का दौरा कर मरीजों की जांच की एवं दवाएं दी. इस बीच सोमवार को भी डॉ विशाल कुमार के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने लोगों का इलाज किया. इस दौरान सुशीला देवी (45 वर्ष), पति नंदू चंद्रवंशी को स्लाइन चढ़ाया जा रहा था. जबकि संजू देवी को दवा दी गयी. डॉ विशाल कुमार ने बताया कि अन्य 33 लोगों को भी जांच कर दवाएं दी गयी हैं.
मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कोदू महतो की रविवार की रात करीब 12 बजे मौत हो गयी थी. जबकि उनकी पत्नी की स्थिति भी गंभीर बतायी जा रही है. डॉ विशाल कुमार से यह पूछे जाने पर कि आखिर इस गांव से मेडिकल टीम के प्रयास के बाद भी बीमारी दूर क्यों नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की कमी के कारण संक्रमण हो रहा है. जहां गंदगी है, उसी के पास लोग खाना खा रहे हैं. घरों में भी काफी गंदगी है. ऐसी हालत में बीमारी कैसे ठीक होगी.
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