प्रखंड अंतर्गत राजा घटहुआं गांव के मेहता टोला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का वर्षों से बंद पड़ा भवन जलावन का भंडार व शराबखोरी का अड्डा बनकर रह गया है. उक्त टोले के लोगों ने बंद पड़े आंगनबाड़ी केंद्र को लेकर सेविका रीता देवी पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. रुक्मिणी देवी, पूनम देवी, संजू देवी, मंजु देवी, कमला देवी, आरती देवी, राजीव मेहता, मनोज मेहता, राजेश्वर मेहता, ओम प्रकाश मेहता, शंकर मेहता व रामप्रवेश मेहता सहित अन्य लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व इस आंगनबाड़ी केंद्र का भवन बना है. लेकिन आज तक इसका संचालन नहीं किया गया. पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने से वंचित हैं. आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका मनमाने ढंग से काम करती है. केंद्र से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर अपने घर पर ही केंद्र चलाती है. इधर मेहता टोला में गर्भवती व धात्री महिलाओं व किशोरियों के बीच पोषाहार का भी वितरण कभी नहीं किया जाता. ग्रामीणों ने कई बार बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, कांडी से इसकी शिकायत की है. लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उक्त टोले के कई बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र से मिलने वाले लाभ से वंचित हैं.
जांच कर कार्रवाई होगी : इस संबंध में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी राकेश सहाय ने कहा कि इसकी जांच की जायेगी. यदि मामला सही पाया गया, तो सेविका के निलंबन की सिफारिश की जायेगी.
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