गढ़वा एनएच-75 बाईपास सेक्सन चार में सड़क निर्माण कार्य करने के बावजूद मुआवजा नहीं मिलने पर शुक्रवार को नारायणपुर के ग्रामीणों ने अंचल निरीक्षक सुशील कुमार तिवारी के समक्ष हंगामा किया. हंगामा के बाद वहां से अंचल निरीक्षक वापस लौट गये. ग्रामीणों ने कहा कि गढ़वा प्रखंड के नारायणपुर के खाता संख्या 82 एवं प्लॉट संख्या 533 की जमीन पर उनलोगों का पुश्त दर पुश्त दखल-कब्जा चला आ रहा है.
यह जमीन गैरमजरूआ है, लेकिन उनसबों का डिमांड चल रहा है और लंबे समय से रसीद भी कटते चला आ रहा है. इस जमीन के मुआवजे के लिये जांच के बाद उनलोगों के नाम का गजट प्रकाशित किया गया और नोटिस भी निर्गत किया गया था. निर्गत नोटिस के आधार पर उनलोगों ने तय मुआवजा लेना स्वीकार कर लिया, लेकिन सेक्सन चार के सभी लोगों का मुआवजा भुगतान करने के बाद अब एक साजिश के तहत उनकी जमीन को विवादित बताया जा रहा है.
ग्रामीणों ने कहा कि वे सभी दलित हैं और जमीन पर ही पूरी तरह से आश्रित थे. भू अर्जन विभाग, अंचल एवं एनएचएआई सभी मिलकर उनकी जमीन पर सड़क भी बना दी और अभी तक एक रुपया मुआवजा नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि फर्जी तरीके से एक व्यक्ति को खड़ा कर उनकी जमीन को विवादित करार दिया जा रहा है. जबकि कुछ दिन पहले ही उन्हें बताया गया था कि तीन-चार दिन के अंदर उनके खाते में मुआवजे की राशि भेज दी जायेगी.
उन्होंने कहा कि उनलोगों ने इस मामले से उपायुक्त को भी अवगत कराया था, इसके बाद दोनो पक्षों को स्थल पर जांच के लिये बुलाया गया था, लेकिन दूसरे पक्ष के लोग यहां आये ही नहीं. ग्रामीणों ने कहा कि यदि उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया, तो वे गढ़वा समाहरणालय पर धरना देंगे और जरूरत पड़ी तो गढ़वा-अंबिकापुर मार्ग एनएच को जाम भी कर देंगे. ग्रामीणों ने बताया कि समुद्री कुंवर, रामसुंदर रजवार, रामसागर रजवार, प्रेम रजवार, रामचंद्र रजवार, रमेश रजवार, अमृत रजवार, अशर्फी रजवार, बलेश रजवार, सुखवीर राम, लीलावती देवी, बदन राम, बलि रजवार, सुरेश रजवार, तेजन चौधरी आदि को मुआवजा दिया जाना है.