निषाद समाज के प्रबुद्ध जनों ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बैठक की. सभी लोगों ने एक मत से कहा कि झारखंड में निषाद समाज की आबादी के आधार पर अगर भाजपा सहित अन्य सभी राजनीतिक दल किसी दो या तीन सीट से चुनाव लड़ाती है, तो उसे पूरे राज्य में समाज का समर्थन मिल सकता है. महर्षि वेदव्यास परिषद के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि सबसे ज्यादा निषाद (मल्लाह) मतदाता गढ़वा और राजमहल विधानसभा क्षेत्र में हैं, जिसे हमेशा नजरअंदाज किया जाता है. इसके अलावा कई ऐसी सीट है, जहां हार-जीत का फैसला निषाद समाज के हाथ में है. सभी शीर्ष नेता को पता है कि यह दो सीट मल्लाहों का गढ़ है. अगर यहां से कोई भी पार्टी टिकट देती है, तो उसकी जीत सुनिश्चित है. इसके अलावा डालटनगंज, विश्रामपुर व भवनाथपुर सहित कई ऐसी सीट हैं, जहां हार-जीत निषाद समाज के हाथ में है. चुनाव जीतने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता और जातीय समीकरण का होना भी जरूरी है. राजमहल से एकमात्र पूर्व विधायक स्व.अरुण मंडल के अलावा निषाद समाज से एक भी विधायक विधानसभा सभा के सदन नहीं पहुंचा, जो अपने अधिकार के लिए आवाज उठा सके. सभी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को विशेष ध्यानाकृष्ट कराना चाहते हैं कि संवैधानिक रूप से समानता के अधिकार के तहत निषाद समाज को भी अवसर दें. ताकि सामाजिक स्तर को बढ़ावा मिल सके. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो निषाद समाज निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार करेगा. किसी कारण चुनाव नहीं लड़ा जा सका, तो सामाजिक लड़ाई जारी रहेगी. इसके लिए हर गांव में सामाजिक परिवर्तन अभियान चलाया जायेगा और समाज को जागरूक करने के लिए संगठन को मजबूत किया जायेगा.
उपस्थित लोग : मौके पर गढ़वा जिला अध्यक्ष रविन्द्र चौधरी, जिला संगठन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, जिला सचिव गोपाल चौधरी, युवा प्रकोष्ठ के जिला सचिव सकेंद्र चौधरी, जिला उपाध्यक्ष रंजीत चौधरी, राजेन्द्र चौधरी सहित काफी संख्या में निषाद समाज के लोग उपस्थित थे.
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