झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर आठ सूत्री मांगों लेकर जिले की सभी सेविका-सहायिका शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गयीं. इससे बाल विकास परियोजना व आंगनबाड़ी केंद्र से संबंधित सभी कार्य ठप हो गये. हड़ताली सेविका-सहायिका ने गिरिडीह स्टेडियम से रैली निकाली. यहां से सभी सेविका-सहायिका पपरवाटांड़ स्थित समाहरणालय पहुंची. यहां सभा हुई. इसकी अगुवाई जिलाध्यक्ष देवंती देवी कर रही थी. इसके बाद 11 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम डीसी नमन प्रियेश लकड़ा से मिलकर आठ सूत्री मांग पत्र सौंपा. इनमें नियमावली में सुधार, मानदेय बढ़ोतरी, चक्रीय कोष की स्थापना, सेवानिवृत्ति के बाद पूरी पेंशन, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लागू करना, सेवानिवृत्ति के बाद एकमुश्त राशि देना, ससमय प्रोन्नति व पोषाहार सामग्री बाजार दर के अनुसार देने की मांग शामिल है. सभा को संबोधित करते हुए महासंघ के महामंत्री अशोक कुमार सिंह नयन ने कहा कि सेविका-सहायिका की मांगें जायज हैं. सेविका-सहायिका का अनिश्चितकालीन हड़ताल का प्रदेश महासंघ समर्थन करता है. सरकार से मांग है कि अविलंब मांगों को पूरा करे. कहा कि मांग पूरी होने तक सेविका-सहायिका हड़ताल पर डटी रहेंगी. कर्मचारी महासंघ के जिला कोषाध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद, संयुक्त मंत्री मुरारी राम व समाहरणालय कर्मियों के जिलाध्यक्ष अमित कुमार सिंह, प्रदेश सलाहकार प्रयाग यादव, लक्ष्मण वर्मा, अर्जुन प्रसाद, उर्मिला राणा, इशरत जहां आदि ने भी हड़ताल का समर्थन किया. इस दौरान सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि मांगों की प्राप्ति तक सेविका-सहायिका झंडा मैदान में में धरना देंगी. इसके लिए प्रखंडवार रोस्टर बनाया गया. इसमें सात को बेंगाबाद व गिरिडीह ग्रामीण, आठ को जमुआ, पीरटांड़ व गिरिडीह शहरी, नौ को डुमरी व बगोदर, 14 को सरिया, देवरी व गांडेय, 15 को राजधनवार व बिरनी तथा 16 अक्तूबर को तिसरी व गावां प्रखंड की सेविका-सहायिका गिरिडीह के झंडा मैदान में धरना पर बैठेंगी.
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