बेंगाबाद के खुरचुट्टा गांव में संचालित अवैध आरा मिल को वन विभाग की टीम ने बुधवार को ध्वस्त कर दिया. छापेमारी करते हुए विभागीय अधिकारियों ने विभिन्न प्रजातियों के बेशकीमती लकड़ी व आरा मशीन को कब्जे में करते हुए रेंज कार्यालय ले आए. जब्त लकड़ियों की कीमत एक लाख के करीब आंकी गयी है. बताया जाता है कि डीएफओ मनीष तिवारी को गुप्त जानकारी मिली थी कि खुरचुट्टा में अवैध आरा मिल का संचालन किया जा रहा है. इसके बाद डीएफओ ने अपने स्तर से इसकी पुष्टि कराई. मामला सही पाये जाने के बाद रेंजर को उक्त आरा मिल उखाड़ने का निर्देश दिया. निर्देश मिलने के बाद बुधवार को वन विभाग की टीम दलबल के साथ वहां पहुंची. विभागीय अधिकारियों को देख मिल का संचालक जोगेश्वर राणा मौका पाकर वहां से फरार हो गया. इधर रेंजर सुरेश रजक का कहना है कि क्षेत्र में अनधिकृत रूप से संचालित सभी आरा मिलों को उखाड़ दिया गया है. इसके बाद भी चोरी छिपे कहीं कहीं आरा मिल का संचालन की जानकारी मिली है. कहा कि किसी भी सूरत में अवैध आरा मिलों का संचालन नहीं होने दिया जायेगा. कहा अवैध मिल संचालक जोगेश्वर राणा व उसके पार्टनर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. छापेमारी टीम में वनपाल दिवाकर तांती, वनरक्षी छोटू दास, पप्पू शर्मा, विनोद कुमार, रोहित पंडित, जितेंद्र सिंह, सुमन कुमार शामिल थे.
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