फाब्ला नेता ने कहा कि वोट के बाद जनता को उनके हाल पर छोड़ पार्टी व नेता फिर से गायब हो चुके हैं. उन्होंने लोगों से अपने सवालों पर मोर्चा मजबूत कर संघर्ष शुरू करने की अपील की. संबंधित विभाग और नल-जल योजना का काम करनेवाली एजेंसी को भी इसका सिस्टम दुरुस्त करने का अल्टीमेटम दिया. कहा कि व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई है तो फाब्ला आंदोलन को बाध्य होगी. कहा कि आगामी 22 फरवरी को किसान-मजदूरों का एक सम्मेलन गांडेय में आयोजित किया जाएगा, जिसमें आम जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर संगठन विस्तार करने तथा आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. मौके पर रोहित यादव, माला पंडित, रामकिशोर सिंह, किशोर पंडित, डीलचद पंडित, नकुल पंडित, उगन साव, दयाल साव, टहलू पंडित, भातु पंडित, आनंद पंडित, गुलटेन पंडित, सुरेश पंडित, बालेश्वर पंडित, जीतेंद्र पंडित, पप्पू पंडित, दानी पंडित, टहलू पंडित, चैतू पंडित, सुखलाल पंडित, बबलू पंडित, सिरखा देवी, रेशमी पंडित आदि मौजूद थे.
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