बिरनी प्रखंड की माखमरगो पंचायत के मंझलाडीह में हर घर नल जल के तहत शुद्ध पानी मुहैया कराने को लेकर जलमीनार का निर्माण कार्य दो वर्ष बाद भी बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है. दो वर्ष में जलमीनार की जगह सिर्फ अधूरा स्ट्रक्चर खड़ा है. ग्रामीणों को जलमीनार कौन बना रहा है, इसकी भी जानकारी नहीं है. क्योंकि योजना स्थल पर कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है. जलमीनार अधूरा रहने पर ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान अवधेश यादव, राजेंद्र यादव ने बताया कि यह योजना वर्ष 2021-22 की है. इसे लगभग 18 लाख की लागत से बनाया जाना था. पूर्व में जलमीनार का काम कराया जा रहा था, जिसमें काफी अनियमितता थी. जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो उसकी जांच विभागीय अधिकारियों ने की. अधिकारियों ने अनियमितता मिलने पर बन रहे जलमीनार को पूरी तरह से ध्वस्त कर पुनः निमार्ण कार्य शुरू करवाया था. इसके बाद से सिर्फ अधूरा स्ट्रक्चर खड़ा है. पानी की समस्या से ग्रामीणों परेशान हैं. जलमीनार बन जाता तो पानी की समस्या से लोगों को निजात मिलती. लोगों का कहना है कि विभाग इसकी जांच कर जल्द जलमीनार को बनाते हुए दोषी पर कार्रवाई करें. मौके पर सिकंदर सिंह, दिलीप यादव, गुड्डू सिंह, विशेश्वर सिंह, गंगाधर यादव, रंजीत सिंह, पंकज यादव आदि उपस्थित थे.
जल्द शुरू होगा काम: जेई
इधर, पेयजल व स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता अजय रजवार ने कहा कि संवेदक को इसकी सूचना दी गयी है. जल्द ही काम शुरू कराया जायेगा.
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