सरिया. सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा के ठीक बाद आने वाले रविवार को मनाये जाने वाले बड़का पर्व का खरना शनिवार को संपन्न हुआ. व्रतियां रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी. इसमें भगवान सू्र्य के डूबते तथा उगते रूपों की पूजा की जाती है. पर्व को लेकर सर्वत्र चहल-पहल का माहौल है. तीन दिवसीय इस महापर्व के दूसरे दिन शनिवार को महिलाएं व्रत में रहकर मिट्टी से बने नये चूल्हे पर अपनी सुविधानुसार मिट्टी या पीतल के बर्तन में प्रसाद बनाया. भगवान सूर्य नारायण की पूजा कर कथा सुनकर खरना का प्रसाद ग्रहण किया. सात्विकता के इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं ने गली-मुहल्लों, सड़कों तथा घाटों की साफ सफाई की है. घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. श्रद्धालु रविवार को ढलते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगे. पर्व को लेकर बाजार में खरीदारों की भीड़ रही. लोग अपने आवश्यकता अनुसार फल-फूल, डलिया, पूजन सामग्री आदि की खरीदारी करते देखे गये. सरिया समेत केशवारी, परसिया, मंदरामो, कोयरीडीह, फकीरापहरी, बागोडीह, कैलाटांड़, पुरनीडीह, पावापुर, कंचनपुर, कसियाडीह, नावाडीह समेत अन्य गांवों में लोगों ने बाजे-गाजे की व्यवस्था की है. घाटों पर भगवान सूर्य के गीत बजने से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है. श्रद्धालु अपने सामर्थ्य के अनुसार घाटों पर फल व नारियल वितरण की तैयारी पूरी कर ली है. कुछ श्रद्धालुओं ने घाटों पर तोरण द्वार बनवाया है.
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