बगोदर प्रखंड के औरा के प्रवासी मजदूर संजय महतो (37) की मौत दो सितंबर को मलेशिया में केइसी में ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के दौरान मौत हो गयी थी. उसका शव शनिवार को 53 दिनों के बाद औरा उसके पैतृक गांव पहुंचा. संजय का शव गांव पहुंचते ही लोगों की भीड़ जमा हो गयी. इधर, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मालूम रहे कि औरा के भुवनेश्वर महतो का पुत्र संजय महतो इसी वर्ष मलेशिया काम करने गया था. इसी दौरान काम करने के दौरान एक हादसे में उसकी मौत हो गयी. घटना की सूचना परिजनों को मिलने के बाद शव घर लाने और परिजनों को मुआवजा को लेकर चिंता सताने लगी. शनिवार को शव पहुंचने की सूचना पर बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह और पूर्व विधायक नागेंद्र महतो औरा पहुंचे और परिजनों से मिलकर ढाढ़स बंधाया. मृतक अपने पीछे पत्नी, बच्चे समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गया. मुखिया प्रतिनिधि महेश महतो ने बताया कि कंपनी ने दाह संस्कार के लिए 50 हजार रुपये परिवार को दिया है. दस लाख मुआवजा राशि कंपनी ने मृतक संजय महतो के खाते में भेजने की बात कही है. तब शव को भेजा गया है. मालूम रहे कि बगोदर इलाके से मजदूर रोजीरोटी की तलाश में देश-विदेश में काम करने जाते हैं. मौके पर उप मुखिया जितेंद्र कुमार, रवि मेहता, प्रयाग कुमार, बलदेव महतो, चेतलाल महतो, विशेश्वर महतो, अजय चौरसिया, शशि कुमार, भीम महतो, हीरालाल महतो, लालमन महतो, बालेश्वर महतो, कैलाश महतो, प्रकाश महतो आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है