28 दिसंबर को गायब हो गया था बखरीडीह का मजदूर कामेश्वर
भारतीय दूतावास और दुबई पुलिस के सहयोग से युवक का पता चला
28 दिसंबर को दुबई से गायब बगोदर प्रखंड की मुंडरो पंचायत के बखरीडीह के प्रवासी मजदूर कामेश्वर महतो का पता चल गया है. वह शुक्रवार को दुबई से लौटेगा. परिजनों ने वहां की पुलिस और भारतीय दूतावास से बरामदगी की गुहार लगायी खी. वहां पर रह रहे लोगों के सहयोग से उसे खोजने में सफलता मिली. छह माह पहले कामेश्वर रोजी-रोटी की तलाश में दुबई गया था. वहां वह अब्बास सलेम लेबर सप्लाई एलएलसी कंपनी के मार्फत बिल्डिंग बनाने में काम कर रहा था. घर पैसे भी भेजने लगा था. पिछले 20 दिसंबर को चेचक हो जाने से उसकी तबीयत खराब हो गयी. कंपनी ने उसे अलग कमरा दे दिया. वह परिवार के सदस्यों से बातचीत भी कर रहा था.साथियों ने दी गायब होने की
जानकार
ीअचानक 28 दिसंबर से उसकी बातचीत घर वालों से बंद हो गयी. उसके साथ काम कर रहे मजदूरों से पता चला कि कामेश्वर अपने रूम में नहीं है. उसके पास मोबाइल, पासपोर्ट, वीजा व अन्य पहचान पत्र भी नहीं था. इससे परिवार के लोग चिंतित हो गये. वह पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह से मुलाकात की. श्री सिंह रांची स्थित प्रवासी निदेशालय सह श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण, कौशल विकास विभाग के अधिकारियों से बात की और उसकी अविलंब खोजबीन करने तथा वतन वापसी के प्रयासों में तेजी लाने की मांग की. परिजनों ने स्वयं जाकर भी आवेदन दिया. इसके बाद भारतीय दूतावास और दुबई पुलिस की मदद से खोजबीन शुरू की गयी. दुबई पुलिस कामेश्वर को हाइवे पर पकड़ा और पहचान कर अब्बास सलेम कंपनी की अधिकारियों को सूचित किया. इधर, दूतावास के प्रयास से एक अन्य प्रवासी मजदूर के साथ कामेश्वर मंगलौर से शुक्रवार को रांची और वहां से घर पहुंचेगा. गांव के हेमलाल महतो और पवन महतो ने बताया कि पिछले 26 दिनों से लापता कामेश्वर मिलने की सूचना मिलने पर माता-पिता, पत्नी, परिजनों और ग्रामीणों में खुशी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है