जिला वीबीडी पदाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य उपकेंद्र महेशलुंडी में रात्रि रक्तपट्ट संग्रह कैंप का लगाया गया. नेतृत्व महेशलुंडी मुखिया शिवनाथ साव कर रहे थे. इसमें 20 वर्ष से अधिक उम्र के 290 लोगों का रक्त लिया गया. लोगों की फाइलेरिया की जांच की गयी. जांच रात आठ बजे से 12 तक की गयी. बताया गया कि रात में इस तरह का कार्यक्रम करने का मूल उद्देश्य यह है कि फाइलेरिया के कीटाणु रात्रि में ही रक्त नलिका में आते हैं. श्री साव ने बताया कि महेशलुंडी पंचायत में फाइलेरिया के मरीजों की संख्या को देखते हुए वीबीडी पदाधिकारी के निर्देश पर उक्त स्थल का चयन किया गया है. शिविर में स्वास्थ्य विभाग से एमपीडब्ल्यू रंधीर कुमार, अजय पासवान, परवेज अंसारी, सुबोध सिंह, विशाल गौरव, अजीत सिन्हा, राजेंद्र वर्मा, उर्मिला देवी, सुनीता देवी, रामाशंकर शर्मा, रंजन कुमार, अभिषेक कुमार, पिरामिल फाउंडेशन के सदस्य व पंचायत के प्रतिनिधि मौजूद थे. गांडेय प्रखंड के मोहनडीह गांव में चिकित्सा प्रभारी डॉ अबु कासिफ हसन के निर्देश पर गांडेय सीएचसी के कर्मियों ने गुरुवार की रात फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत रक्तपट्ट संग्रह कार्यक्रम चलाया. शुरुआत मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष श्याम पाठक ने फीता काटकर किया. इसके बाद बजरंग बली मंदिर व चबूतरा के पास ग्रामीणों का रक्त संग्रह किया गया. स्वास्थ्य कर्मियों ने 159 ग्रामीणों का रक्त संग्रह किया. डॉ अबु कासिफ हसन ने कहा कि रक्त को फाइलेरिया जांच के लिए भेजा जायेगा. रिपोर्ट पॉजेटिव आने पर इलाज शुरू किया जाएगा. मौके पर सीएचसी के शैलेश कुमार, श्वेता कुमारी, रमेश मुर्मू, हीरालाल टुडू, बुलबुल सिंह, केशव कुमार, सुरेश तूरी, प्रदीप रजक, कविता वर्मा, ललीता देवी आदि थे.
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