गावां. रविवार को गावां प्रखंड की सेरुआ पंचायत के चेरवा के ग्रामीणों ने पुल और सड़क निर्माण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए वोट बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. चेरवा जाने के लिए सकरी नदी से होकर गुजरना पड़ता है. बरसात में लोगों को दो-तीन किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. फलत: लोगों को नदी से होकर ही आवागमन करना पड़ता है. यह मार्ग आधा दर्जन से अधिक गांवों के साथ तिसरी प्रखंड को जोड़ता है.
सांसद-विधायक के प्रति जतायी नाराजगी :
ग्रामीणों ने कहा कि यहां पुल और सड़क निर्माण की मांग को लेकर सांसद-विधायक के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाने के बावजूद इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई और अब चुनाव आ गया है. इस आलोक में उन्होंने वोट बहिष्कार करने का एलान किया है. इस दौरान ग्रामीणों ने पुल नहीं तो वोट नहीं के साथ नारेबाजी की. मौके पर मुखिया गुरुसहाय रविदास ने कहा कि यहां पुल और सड़क नहीं होने के कारण इलाज के अभाव में कोरोना और डायरिया से दो लोगों की जान जा चुकी है. जब तक लोग दो-तीन किमी घूमकर अस्पताल जाना पड़ता है. मरीज जब तक अस्पताल पहुंचते हैं, तब तक मरीज की जान चली जाती है. उन्होंने सांसद और विधायक से इस पर पहल करने की मांग की है. पूर्व मुखिया भीम रविदास ने ग्रामीणों की मांग को जायज कहा. पुल और सड़क नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है.इनकी थी उपस्थिति :
मौके पर गंगा यादव, नागेश्वर यादव, दिनेश कुमार दास, ब्रह्मदेव यादव, रामसहाय यादव, दिनेश यादव, शंकर पंडित, राजेंद्र रविदास, सहदेव यादव, बासुदेव रविदास, शंकर प्रजापति समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है