बताया जाता है कि बेंगाबाद पंचायत के विभिन्न गांवों में लघु जलापूर्ति योजना के तहत नलों से घर-घर में पानी की आपूर्ति पेसराटांड़ नदी में बने इंटेक वेल से होती है. पेसराटांड़ नदी से प्रखंड परिसर में वाटर प्यूरिफाई होने के बाद घर घर पहुंचाया जाता है. संवेदक ने इसका निर्माण कार्य संपन्न कराकर पिछले पांच साल पहले ही विभाग को हैंडओवर कर दिया. अब इसके निगरानी की जिम्मेदारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की है, जबकि संचालन स्थानीय जल एवं स्वच्छता समिति को करनी है. स्वच्छता समिति कनेक्शधारियों से नियत शुल्क की वसूली कर मैंटनेंस का कार्य देखना है. लेकिन विभाग की ओर से बनाये गये उपभोक्ता व वसूली गई राशि का हिसाब किताब स्थानीय समिति को उपलब्ध कराने के सवाल पर जिज बरकरार है. ऐसे में समिति के अध्यक्ष जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं. इधर पानी समस्या से परेशान ग्रामीणों का हिम्मत जवाब दे दिया और वे नल से पानी की आस छोड़कर जार की पानी खरीदकर पीने को विवश हैं.
क्या कहती हैं अध्यक्ष
मुखिया सह समिति के अध्यक्ष प्रभा सिंह का कहना है कि बनाये गए उपभोक्ता व ली गयी राशि का हिसाब न तो विभाग दे रही है और न ही जलसहिया दे रही है. अपने स्तर से सात माह तक पानी चलाया गया. विभाग को जानकारी दी गई है. इधर पंसस नीतू देवी, संगीता देवी ने विभाग से शीघ्र आवश्यक पहल करते हुए बंद जलापूर्ति को चालू करने की मांग की है. इधर कनीय अभियंता राज आनंद का कहना है कि पानी आपूर्ति बंद है. इसकी जानकारी कार्यपालक अभियंता को दी गई है. शीघ्र ही आवश्यक पहल की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है