पचंबा थाना अंतर्गत कोयरीटोला निवासी विकास कुमार पिता बासुदेव महतो ने बुधवार को बेंगाबाद थाना में एक आवेदन देकर अपने बड़े भाई की मौत का जिम्मेदार ठेकेदार और मकान मालिक ठहराया है. विकास ने कहा कि वह तथा उनका बड़ा भाई दीपक वर्मा दोनों सेंटरिंग का काम करते हैं. 18 अगस्त को बेंगागाद थाना अंतर्गत मोतीलेदा गांव निवासी ठेकेदार योगेश्वर उनके घर आया और सेंटरिंग का काम करने की बात कही. मुझे, मेरे भाई तथा चार अन्य लोग को वास्तु विहार के बगल स्थित बनहती गांव में ऐके झा के बन रहे अर्द्धनिर्मित मकान में सेंटरिंग का काम करने के लिए कहा. मेरे भाई को योगेश्वर ने सेंटरिंग खोलने के लिए कहा. हमलोगों ने कहा कि मचान व बेल्ट की व्यवस्था करने की मांग की, लेकिन योगेश्वर वर्मा ने जबरदस्ती उसके बड़े भाई दीपक को ऊपर चढ़ा दिया. काम करने के दौरान अचानक भाई ऊपर से गिर गया और उसके माथे तथा सीने में चोट आयी. उसे गिरिडीह के नवजीवन नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. यहां से 20 अक्तूबर को छुट्टी दे दी गयी. इसके बाद 27 अक्तूबर को फिर से सीने में दर्द हुआ. पुन: नवजीवन नर्सिंग होम लाकर उन्हें भर्ती कराया और 28 अक्तूबर को उन्हें छुट्टी दे दी गयी. इसके 30 अक्तूबर को पुन: सीने में दर्द हुआ तो उसे अस्पताल लाया, जहां उसकी मौत हो गयी. कहा कि ठेकेदार पैसा बचाने के लिए मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं देते हैं. इसके बाद से ठेकेदार योगेश्वर वर्मा फरार है. उसने पुलिस से न्याय की गुहार लगायी है.
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