दलित-आदिवासी, मुस्लिम समुदाय की बैठक रविवार को एक होटल में की गयी. बैठक में 21 अगस्त 2024 को होने वाले राष्ट्रव्यापी भारत बंद के तहत गोड्डा में भी व्यापक रूप से बंद किये जाने को लेकर सभी लोगों के साथ बैठक की गयी. बैठक में छात्र नेता रंजीत कुमार ने कहा कि 21 अगस्त को आहूत भारत बंद को सफल बनाने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी. साथ ही रंजीत कुमार ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति को जो अधिकार दिया है, उसमें छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिये. अनुसूचित जाति एवं जनजाति के आरक्षण में क्रिमिलेयर को लेकर सभी संगठन एकजुट हो रहे हैं और इसके विरोध में 21 अगस्त को भारत बंद का एलान किया है. पूरे देश में अलग-अलग जगहों में एक साथ बैठक हो रही है. इस बंद का समर्थन अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति भी कर रही है. युवा नेता तालिब अंसारी एवं हरेराम अंबेडकर ने कहा कि 21 अगस्त को एससी-एसटी समुदाय के मिलने वाले आरक्षण और क्रिमिलेयर वर्गीकरण को लेकर पूरे देश मे माहौल गरम है. 2 अप्रैल 2018 में कुछ इसी प्रकार आंदोलन किया गया था, जिसमें भारत सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था. इस मुद्दे पर भी सरकार को आखिर आंदोलन के सामने झुकना पड़ेगा. मौके पर उपस्थित प्रकाश मरांडी, महेंद्रकांत दास, रितेश कुमार दास, इंद्रदेव दास, सुमित दास, रिशु हसन, इमरान अंसारी, सरफराज दुर्रानी, शैलेश दास, सुजीत दास, राजू कुमार, सुनील पासवान, फुरकान अंसारी आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है