राजमहल कोल परियोजना के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्य सतर्कता अधिकारी बृजेश कुमार त्रिपाठी एवं मुकेश कुमार मिश्रा ने परियोजना के निर्माणाधीन सेलो, एमजीआर का निरीक्षण किया एवं गुणवत्ता के साथ बनाने का निर्देश दिया. इस दौरान उन्होंने हुर्रासी खनन क्षेत्र का निरीक्षण कर कई निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य गुणवत्ता के साथ करने पर वह कार्य अच्छी तरह संपन्न होता है. कार्य में पारदर्शिता लाने की भी नसीहत दी. पदाधिकारी को बताया कि कोयला मंत्रालय द्वारा काम में पारदर्शिता लाने के लिए कई तरह के सुझाव दिये गये हैं. उसका पालन अवश्य करें. परियोजना के ऊर्जा नगर राजमहल हाउस विभाग के सभी पदाधिकारी के साथ समीक्षात्मक बैठक की गयी एवं क्षेत्र के रैयत को विश्वास में लेकर कार्य करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि रैयत की जमीन प्रबंधन लेकर कोयला उत्खनन करती है, इसलिए रैयत को सरकारी नियम के अनुसार सभी सुविधा मिले. इस पर ध्यान दिया जाये. उन्होंने टेंडरिंग के साथ-साथ डिजिटल सिस्टम पर सभी कार्य करने को नसीहत दी. सतर्कता अधिकारी को परियोजना के महाप्रबंधक प्रभारी एएन नायक द्वारा गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया एवं परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी. परियोजना के अधीनस्थ शुरू होने वाले सिमलॉन्ग एवं चुपरभीठा कोयला खनन क्षेत्र के बारे में भी जानकारी दी गयी. अधिकारी द्वारा राजमहल हाउस में पौधारोपण किया गया. मौके पर परियोजना के पदाधिकारी ओम प्रकाश चौबे, मोहित कुमार चंदेल, संजय अम्बष्ट, प्रणव कुमार आदि उपस्थित थे.
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