बोआरीजोर. राजमहल कोल परियोजना में दो दिवसीय दौरे पर सीएमपीडीआइएल के निदेशक अच्युत घटक पहुंचे. उन्होंने परियोजना क्षेत्र के कोयला लोडिंग प्वाइंट व सीएचपी कार्यालय का निरीक्षण किया. राजमहल परियोजना में नवनिर्माण 10 एमटीवाई क्षमता वाले सीएचपी का निरीक्षण किया. संवेदक मैंकौन कंपनी के प्रबंधन को गुणवत्ता के अनुसार निर्माण करने का निर्देश दिया. निर्धारित समय पर कार्य को पूरा करने की बात कही गयी. उन्होंने परियोजना के अधीनस्थ कार्यरत हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र का भी निरीक्षण किया. उस क्षेत्र में नवनिर्माण तीन एमटीवाई क्षमता वाले सीएचपी का निरीक्षण किया. संवेदक एशियन ज्वेवरी के प्रबंधन को गुणवत्ता के साथ समय के अनुसार काम करने का निर्देश दिया. निदेशक ने दोनों कंपनी के संवेदक को कहा कि सीएचपी कोयला ढुलाई का महत्वपूर्ण प्वाइंट होता है. इसके निर्माण में कोई भी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी. संवेदक प्राक्कलन के अनुसार कार्य को करें एवं निर्धारित समय में पूरा करें निर्देशक ने कहा कि कोयला कपनी एक बड़ी कंपनी है. राजमहल परियोजना कोल इंडिया में बड़ी कंपनी के नाम से जाना जाता है. इसीएल का कोयला उत्पादन राजमहल परियोजना पर अत्यधिक निर्भर रहता है. राजमहल परियोजना कोयला उत्पादन कर फरक्का एनटीपीसी व कहलगांव एनटीपीसी को भेजती है. देश रोशन होता है. परियोजना के कोयला उत्पादन में सभी का सहयोग आवश्यक है. वर्तमान समय में राजमहल परियोजना का विस्तार करना आवश्यक है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधि प्रशासन ग्रामीण व रैयत का सहयोग जरूरी है. उन्होंने परियोजनाकर्मी को संबोधित करते कहा कि जीरो दुर्घटना का लक्ष्य बनाकर कार्य करें. सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करने पर दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है. निदेशक को परियोजना के राजमहल हाउस में परियोजना के प्रोजेक्ट ऑफिसर के द्वारा गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. मौके पर क्षेत्रीय अभियंता मोहित कुमार चंदेल, मुख्य प्रबंधक संजय कुमार आदि उपस्थित थे.
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