सरकारी राशि का दुरुपयोग कैसे होता है, इसकी बानगी पोड़ैयाहाट प्रखंड के डाक बंगला परिसर में बने विवाह भवन से पता लगाया जा सकता है. बता दें कि विवाह भवन का निर्माण पांच वर्ष पूर्व जिला परिषद फंड से 25 लाख की लागत से बनाया गया था. विवाह भवन के आसपास सात शौचालय का भी निर्माण कराया गया था. लेकिन पांच वर्ष बीतने के बावजूद आज तक उस भवन का उपयोग नहीं के बराबर हुआ है. मात्र एक-दो कार्यक्रम को छोड़कर कभी भी उस भवन का उपयोग स्थानीय ग्रामीणों द्वारा नहीं की गयी. विवाह भवन के समीप बने शौचालय का दरवाजा भी टूटने लगा है. रखरखाव का घोर अभाव देखा जा रहा है. बताया जाता है कि अभी तक विवाह भवन का रखरखाव सहित ताला की चाबी किसके जिम्में है, किसी को पता नहीं है. बताया जाता है कि विवाह भवन में एक बड़ा हॉल सहित चार कमरा है. अगर विवाह भवन की चाबी किसी के जिम्मे दी जाती तो बड़े कार्यक्रम सफल हो सकते थे और कई गरीब लोगों का शादी समारोह संपन्न हो जाता और काफी कम खर्चे में लोग लाभ उठा सकते थे. मगर आज भी विवाह भवन प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार है. विवाह भवन के चारो ओर जंगल-झाड़ और गंदगी पसरा हुआ है. जिसे आज तक सुसज्जित करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई.
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