ठाकुरगंगटी प्रखंड के भगैया गांव की पहचान रेशमी गांव के रूप में है. इस गांव के समीप मोपहाड़ी है. ककरघाट गांव के समीप झारक्राफ्ट के कार्यालय के समीप वन विभाग की ओर से बड़ा कार्य किया जा रहा है. गांव के समीप करीब आठ एकड जमीन पर पौधारोपण कर नेचर पार्क का निर्माण कराया जा रहा है. पार्क में करीब 40 हजार पौधारोपण किया जा रहा है. इस पार्क को बनाने के पीछे मुख्य रूप से भगैया के बुनकरों की आर्थिक में सुधार के साथ पर्यावरण को संभालने का काम किया जायेगा. पार्क में लगने वाले 40 हजार पेड़ में अर्जुन के 25 हजार एवं 15 हजार इमारती लकड़ी के साथ फलदार पौधे क्षेत्र के लिए अनुठी याेजना से कम नहीं है. इस योजना के माध्यम से खासकर पर्यावरण को बेहतर बनाने के साथ भगैया में रेशम के उत्पादन के लिए लगे बुनकरों को आर्थिक फायदा होगा. बुनकरों को पास लगाये गये अर्जुन के पेड़ में रेशम के कीड़े पालने के साथ उससे तैयार कोकुन आराम से मिल पायेगा. यह योजना मुख्य रूप से महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह के पत्र पर जिला वन पदाधिकारी मौन प्रकाश की ओर से किये गये पहल के कारण अब सतह पर उतरने वाला है.
नेचर पार्क होगा आकर्षण का केंद्र :
भगैया के मोपहाड़ी में बनने वाले नेचर पार्क मुख्य रूप से लोगों के घूमने के साथ पर्यटक को बढ़ावा मिलेगा. नेचर पार्क में कैफेटेरिया का निर्माण किया जायेगा. साथ ही यहां खूबसूरत चमचमाता म्यूजियम होगा, जिसमें भगैया का प्रसिद्ध सिल्क के तैयार करने के तरीके से लेकर कपड़े के उत्पादन आदि के थीम पर आधारित भी होगा. इसके साथ यहां नेचुरल इक्कोसिस्टम बनाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है