नौ सूत्री मांगों को लेकर जिला अराजपत्रित व समाहरणालय संवर्ग तथा अनुसचिवीय कर्मियों द्वारा गुरुवार को आधे दिन के बाद से कलमबंद हड़ताल किया गया. कर्मी आधे दिन के बाद से सरकारी काम से अलग रहे. इस दौरान कर्मियों द्वारा समाहरणालय के गेट पर प्रदर्शन भी किया गया. कर्मियों ने पुराने लंबित मांगों को गिनाते हुए क्रमिक आंदोलन पर जाने की जानकारी दी. बताया कि कर्मिंयों ने काला बिल्ला लगाया. मांगो को लेकर एक दिन सामूहिक अवकाश पर भी रहेंगे. यदि इसके बाद भी 19 जुलाई तक मांगें पूरी नही की गयी तो 22 से कर्मी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे. कार्यक्रम की अगुआई जिला मंत्री मुजाहिदुल इस्लाम व राकेश कुमार चौधरी द्वारा की गयी. बताया कि उनकी नौ सूत्री मांगें हैं, सरकार द्वारा अनुमोदित उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा के आलोक में निम्नवर्गीय लिपिक के ग्रेड वेतन को 1900 से बढ़ाकर 2400 रुपये करने, उच्चवर्गीय लिपिक का ग्रेड वेतन 4200, प्रधान लिपिक का ग्रेड वेतन 4600, कार्यालय अधीक्षक का ग्रेड वेतन 4800 तथा प्रशासी अधिकारी का ग्रेड वेतन 5400 किये जाने की मांग की गयी. साथ ही उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा के आलोक में अविलंब पद सृजन की कार्रवाई करने की भी मांग रखी गयी है. निम्नवर्गीय लिपिक से उच्चवर्गीय लिपिक के लिए प्रोन्नति हेतु निर्धारित कालावधि आठ वर्ष से घटाकर आठ वर्ष करने तथा अन्य उच्चतर पदों के लिए प्रोन्नति के मामले में कार्य अवधि में 50 प्रतिशत की छूट दी जाने तथा पद रिक्त नहीं रहने की स्थिति में एमएसीपी के माध्यम से पदक्रम के अनुसार वेतनमान का लाभ देने की मांग रखी गयी है. इसके अलावा कर्मियों की सेवानिवृत्ति उम्र सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष करने की मांग की गयी. दौरान आंदोलित कर्मियों में चंडी चरण गण सहित पूनम कुमारी, शंभु कुमार दास आदि शामिल थे.
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