महागामा. महागामा के महुवारा मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान भागवत कथा के प्रारंभ में श्री भागवत भगवान का पूजन कर आरती उतारी गयी. भागवत कथा का वाचन करते हुए कथा वाचिका अनीता देवी (रक्षा जी) ने कहा कि संसार भगवान का सुंदर बगीचा है. यहां 84 लाख योनियों के रूप में भिन्न-भिन्न प्रकार के फूल खिले है. जब-जब कोई अपने गलत कर्मों द्वारा इस संसार रूपी भगवान के बगीचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तब- तब भगवान इस धरा पर अवतार लेकर जगत का उद्धार करते है. कथा में बताया गया कि जिसके अंदर का दानव जाग गया उसका जीवन दुखी परेशान और कष्ट कठिनाई से भरा होता है और जिसके अंदर का देवता जाग गया. उसका जीवन सुखी संतुष्ट और भागवत प्रेम से भरा हुआ होता है. भागवत कथा में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति झांकी प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया. वहीं भागवत कथा में संगीतमय भजन की प्रस्तुति से भक्तजन पंडाल में देर शाम झूमते रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है