गोड्डा मुख्य शहर को जिले के महागामा अनुमंडल से जोड़ने वाली लाइफ लाइन पुल का नाम कझिया पुल है. एनएच 133 के मुख्य मार्ग कझिया नदी के साथ हरना नदी पर बने दोनों ही पुल के ऊपरी सतह पर छोटे-बड़े कई गड्ढे हो गये हैं. गड्ढे की वजह से बाइक, स्कूटी व साइकिल सवार के हर दिन दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. कझिया नदी पर शहर की ओर से प्रवेश करने पर पुल के शुरू में ही बड़े गड्ढे व दूसरी छोर पर भी बड़े गड्ढे से सरिया तक बाहर निकल आया है. पुल के ऊपर गड्ढे व छड़ आदि के निकल जाने से लोगों के बीच भय बना है. आवागमन में गड्ढे को बचाकर चलने पर बड़े हादसे तक की संभावना बन जाती है. कझिया नदी के पुल में गड्ढे ही गड्ढे ही दिख रहे हैं. यही हाल हरना पुल का है. इस पुल में भी बड़े-छोटे कई गड्ढे हो गये हैं. गड्ढे से सरिया भी निकल आया है. बताते चलें कि पथ निर्माण विभाग की ओर से कझिया के उच्च स्तरीय पुल का निर्माण वर्ष 2012-13 में किया गया था. वहीं हरना पुल का निर्माण वर्ष 2015 के करीब हुआ था. दोनों ही पुल व सड़क आज एनएच 133 में है, जिसके मेंटनेंस की जिम्मेवारी एनएच के पास है. बताते चलें कि बरसात के दिनों में पुल के ऊपर गड्ढे में पानी भर जाने के साथ सरिया आदि के निकलने पर बड़े हादसे का खतरा बना रहता है.
सुंदरपहाड़ी को जोड़ने वाला दामा-मलमला पुल भी जर्जर :
पोड़ैयाहाट प्रखंड के पूर्वी क्षेत्र के सुंदरपहाड़ी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क देवदांड़-चंदना पुल व दामा गांव के पास दामा-मलमला पुल कभी भी धारासाई हो सकता है. पुल जर्जर है. पिलर में भी दरार दिखता है. अगर समय रहते विभाग ने ध्यान नहीं दिया, तो किसी अनहोनी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. विदित हो कि यह पुल पोड़ैयाहाट में पड़ता है और सुंदरपहाड़ी को जोड़ता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है