बिशुनपुर (गुमला), बसंत कुमार: गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के चापाटोली निवासी 40 वर्षीया पोको देवी पर दो भालुओं ने अचानक हमला कर दिया. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गयी. महिला का सदर अस्पताल गुमला में इलाज चल रहा है. रविवार की सुबह वह अपने बेटे के साथ लकड़ी चुनने जंगल गयी थी. इसी दौरान भालुओं ने उस पर हमला कर दिया. वन विभाग की ओर से दस हजार की आर्थिक मदद दी गयी है.
जंगल में लकड़ी चुनने गयी थी महिला
भालू के हमले में घायल महिला की पुत्री अमिका कुमारी ने बताया कि आज सुबह उसकी मां और छोटा भाई सूखी लकड़ी लाने गांव से सटे जंगल में गए हुए थे. जहां अलग-अलग स्थानों से सूखी लकड़ी ढूंढ कर रख रहे थे. इसी दौरान मंजीरा फॉरेस्ट तालाब के ऊपर वाले हिस्से में उसकी मां लकड़ी चुन रही थी. तभी जंगल से दो भालू अचानक आ गए और उसकी मां पर हमला कर दिया. काफी देर उसकी मां भालुओं से जुझती रही. हल्ला-गुल्ला करने के बाद भालू जंगल की तरफ भाग निकला.
जख्मी महिला का अस्पताल में चल रहा इलाज
घटना की सूचना गांववालों को दी. उसके बाद गांववालों के सहयोग से मां को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिशनपुर लाया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल गुमला रेफर कर दिया. चिकित्सकों ने बताया कि भालू ने अपने पंजे से महिला के सिर, चेहरा और पैर पर हमला किया है. इससे महिला जख्मी हो गयी है. उसका इलाज चल रहा है.
वन विभाग ने तत्काल इलाज के लिए दिए 10000 रुपए
खबर मिलते ही बनारी रेंज के फॉरेस्टर किशोर कुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और घायल महिला को इलाज के लिए तत्काल दस हजार रुपए कैश पीड़िता की पुत्री अमिका कुमारी के हाथों में देते हुए कहा कि आगे प्रक्रिया अनुसार विभागीय मदद की जाएगी. घबराने की जरूरत नहीं है. फॉरेस्टर किशोर कुमार ने ग्रामीणों से अपील की है कि सतर्कता बरतें. जंगल की ओर ना जाएं. अगर भालू दिखे तो उससे छेड़छाड़ नहीं करें. वन विभाग द्वारा भालुओं को सेफ जोन में ले जाने का प्रयास किया जा रहा है.
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