गुमला. डायन कुप्रथा पर मंगलवार को समाहरणालय सभागार चंदाली में जिला स्तरीय कार्यशाला हुई. अध्यक्षता डीसी कर्ण सत्यार्थी व एसपी शंभु कुमार सिंह ने की. इसमें पद्मश्री से सम्मानित छुटनी देवी मुख्य रूप से मौजूद रहीं. कार्यशाला में समाज में व्याप्त डायन बिसाही जैसी कुप्रथा को समाप्त करने, अधिकारियों व पुलिस प्रशासन को उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने तथा महिलाओं को न्यायिक सुरक्षा प्रदान करने पर चर्चा की गयी. अतिथि छुटनी देवी ने कार्यशाला में अपनी संघर्षपूर्ण यात्रा को साझा किया. उन्होंने बताया कि उन पर भी डायन का झूठा आरोप लगा कर प्रताड़ित किया गया था. लेकिन उन्होंने निडर होकर इन समस्याओं का सामना किया. आज वे डायन प्रथा के खिलाफ खड़ी होकर अन्य पीड़ित महिलाओं की मदद कर रही है. उन्होंने बताया कि डायन प्रथा के कारण कई महिलाओं व बच्चों ने अपनी जान गंवायी है. क्योंकि लोग बीमारी के सही इलाज की जगह अंधविश्वास व झाड़-फूंक में विश्वास करते हैं. उन्होंने अपील की कि सामूहिक प्रयास से इस कुप्रथा को समाप्त करने में सहयोग करें. वहीं अन्य अधिकारियों ने भी डायन बिसाही से संबंधित अपने अनुभव साझा किये और उसे समाप्त करने के लिए सुझाव दिये. साथ ही यह संकल्प लिया गया कि सामूहिक प्रयासों से इस कुप्रथा को समाप्त किया जायेगा और महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी. मौके पर उपविकास आयुक्त दिलेश्वर महतो, परियोजना निदेशक आइटीडीए रीना हांसदा, डीएसपी गुमला समेत अन्य जिला व प्रखंड स्तरीय अधिकारी, पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.
डायन बिसाही मामले में पीड़ित महिलाओं को हरसंभव मदद करेगा प्रशासन : डीसी
डीसी कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि जिले में डायन बिसाही के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है. डीसी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पंचायत, प्रखंड, विद्यालय व अन्य सामुदायिक स्तरों पर डायन बिसाही के मुद्दे को उठाये और जागरूक करें. जागरूकता अभियान चला कर, सामाजिक ऑडिट व इस कुप्रथा को बढ़ावा देने वाले लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. कहा कि डायन बिसाही मामले में पीड़ित महिलाओं को प्रशासन हरसंभव मदद करेगा.डायन प्रथा से संबंधित छोटी से छोटी शिकायत पर शीघ्र कार्रवाई की जायेगी : एसपी
एसपी शंभु कुमार सिंह ने कहा कि डायन प्रथा से संबंधित छोटी से छोटी शिकायत पर शीघ्र कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे महिलाओं से नियमित रूप से संपर्क में रहें और उन्हें विश्वास दिलायें कि पुलिस प्रशासन उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर है. डालसा सचिव राम कुमार लाल गुप्ता ने डायन प्रथा से जुड़े आनेवाले नये अधिनियमों की जानकारी देते हुए बताया कि अब ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जायेगी. नये प्रावधानों के तहत डायन कह कर किसी महिला को प्रताड़ित करने वालों या उनकी हत्या में शामिल लोगों को बेल नहीं दी जायेगी और उन्हें सख्त सजा दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है