पुल निर्माण स्थल पर पहुंच मुंशी व कर्मियों से मिल कर ली घटना की जानकारीगुमला. घाघरा व सिसई प्रखंड के सीमावर्ती कोयल नदी में बन रहे पुल निर्माण कार्य को उग्रवादियों द्वारा बंद कराने के बाद ग्रामीणों के उग्र रूप लेने के बाद गुमला पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने रविवार को पुलिस बल के साथ पुल निर्माण स्थल पर पहुंच स्थानीय ग्रामीणों व पुल निर्माण कार्य देख रहे मुंशी से मिले. उन्होंने पुल का काम कर रहे कर्मचारी व मजदूरों से मिल कर घटना क्रम की जानकारी ली. एसपी ने ग्रामीणों का हौसला बढ़ाते हुए ठेकेदार व मुंशी से कहा है कि निर्भीक होकर पुल निर्माण करायें. पुल निर्माण कार्य में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होने दी जायेगी. पुलिस की सुरक्षा में काम होगा. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि कोई भी सूचना पुलिस को दें, ताकि कार्रवाई की जा सके. उन्होंने जल्द पुल निर्माण स्थल पर पुलिस जवान को नियुक्त करने की बात कही है, जिससे तेजी से पुल निर्माण कार्य कराया जा सके.
उग्रवादियों ने मांगे 25 लाख लेवी, मामला दर्ज
उग्रवादियों की धमकी के बाद पुल निर्माण कार्य को देख रहे मुंशी ने घाघरा थाना क्षेत्र के बेलागढ़ा निवासी सुरेंद्र कुमार सिंह के आवेदन पर रविवार को सिसई थाना में 10 से 11 अज्ञात नकाबपोश अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अंडर सेक्शन धारा 385, 387, 506-ई पीसी की धारा 17-सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. आवेदन में कहा गया है कि चार अप्रैल की रात 11 से 12 बजे की रात को जलका गांव के कैंप में 10 से 11 की संख्या अपराधी आये. एक को छोड़ कर सभी अपराधी अपना मुंह गमछा से बांधे थे. दो अपराधियों के पास बड़े हथियार थे और बाकी ने लाठी डंडा पकड़ रखा था. पुल निर्माण में लगे कर्मचारी कैंप में आराम कर रहे थे, तभी अपराधी वहां पहुंच कर सभी कर्मचारियों को कमरे से बाहर निकाल कर कब्जे में ले लिया और बिना उनलोगों से संपर्क किये कार्य नहीं करने की धमकी देते हुए पुल निर्माण को बंद रखने की हिदायत दी. साथ ही बिना संपर्क के कार्य करने से जान से मारने की धमकी देते हुए एक लाल रंग का पर्चा थमा कर चले गये. अपराधियों के जाने के बाद घाघरा पुलिस को सूचना देते हुए पर्चा को घाघरा पुलिस को सौंप दिया गया. इधर, पुनः छह अप्रैल को 9955011570 नंबर से मेरे फोन पर कॉल आया. कॉल उठाने पर कॉल करने वाले ने 25 लाख रुपये की मांग की और रुपये नहीं देने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी देकर फोन काट दिया.