सिसई : प्रभात खबर में लगातार दो दिन जल जीवन मिशन योजना में अनियमितता व भ्रष्टाचार का मामला प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को डीडीसी हेमंत सती पोड़हा गांव स्थित डोंगा घाट कोयल नदी पहुंचकर पेयजलापूर्ति केंद्र के निर्माण कार्य व करोड़ों रुपये के बहे छलटा मामले की जांच की. साथ ही वाटर फ्लॉपरेटर, भवन निर्माण समेत मेटेरियल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने योजना के सभी कार्यस्थल की बारीकी से जांच कर जगह-जगह से नमूना (सैंपल) संग्रह किया. साथ ही कार्यस्थल की वीडियोग्राफी भी करायी. कार्य के निरीक्षण के बाद नाराजगी जताते हुए डीडीसी ने कहा कि कार्य की गुणवक्ता ठीक नहीं है.
कांट्रैक्टर द्वारा अनियमितता बरती गयी है. मानक के अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है. कहा कि डीपीआर से मिलान किया जायेगा व छलटा को पुनः नयी नींव खुदाई कर बनवाया जायेगा. जांचोपरांत दोषियों पर यथोचित कार्रवाई की जायेगी. तब तक के लिए डीडीसी ने काम बंद करने का निर्देश दिया है. क्योंकि यहां कोई भी काम ठीक से नहीं हो रहा है. डीडीसी ने पेयजल विभाग के जूनियर इंजीनियर मनोज कुमार सिंह को अगले आदेश तक कार्य बंद रखने का निर्देश दिया. साथ ही डीपीआर, मजदूरी भुगतान सहित कांट्रैक्टर का सभी तरह का दस्तावेज लेकर कार्यपालक अभियंता व जूनियर इंजीनियर को अपने कार्यालय पहुंचने का निर्देश दिया है. मौके पर रोहित साहू, बसंत साहू, श्रवण साहू, सुनील साहू, रवि, चमरू उरांव, रामचरित्र साहू, लखन साहू, भोजा साहू, करमचंद, चमार, दिलीप, जगमोहन, सुखराम खड़िया, दया खड़िया, धनेश्वर खड़िया, एतवा खड़िया सहित ग्रामीण व ठेकेदार के कर्मी मौजूद थे.
गुमला डीडीसी हेमंत सती ने नदी में बहे छलटा तक जाने के लिए नदी में उतर गये. उन्होंने घंटों इसकी जांच की व इस मामले में ग्रामीणों से पूछताछ की. यहां तक की जो काम हुआ है, उसे खुदवा कर जांच की. बिना नींव खोदे व गड्ढा किये कई जगह ढलाई कर दी गयी है, जहां से बालू व मिट्टी निकली है.