फादर पीपी वनफल की पुण्यतिथि मनायी गयी
गुमला.
संत इग्नासियुस प्लस टू उवि में स्व फादर पीपी वनफल की 11वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. मौके पर स्कूल परिसर में स्थापित फादर पीपी वनफल की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में संत इग्नासियुस के पुरोहितों, एराउज के कर्मियों व हाइस्कूल व इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने स्व फादर पीपी वनफल की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया. स्कूल के प्रधानाचार्य फादर मनोहर खोया ने कहा कि जो हमें प्रिय होते हैं और जिनसे हमें लगाव रहता है, वैसे लोग इस दुनिया में रहे या नहीं रहे, परंतु वे हमारे दिल में हमेशा रहते हैं. ऐसे ही शख्स स्व फादर पीपी वनफल हैं. फादर वनफल की जन्मभूमि बेल्जियम है, परंतु उनकी कर्म भूमि गुमला रही. उन्होंने यहां रह कर हर तबके के लोगों का सहयोग किया. उन्होंने गुमला में 48 सालों तक अपनी सेवा दी. वे प्रतिभावान, समाजसेवी. शिक्षाविद व खेलप्रेमी थे. जब 1976 में वे गुमला में आये. तब वे हाइस्कूल के प्रधानाध्यापक थे. प्रधानाध्यापक के पद पर कार्य करते हुए उन्होंने न केवल शिक्षा को बढ़ावा दिया, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी गुमला को एक अलग पहचान दिलायी. 1976 में उनके यहां आने के बाद स्कूल का शिक्षा क्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा होने लगा. बाद में उन्होंने यहां खेल को बढ़ावा देने का प्रयास किया. उनका प्रयास रंग लाया. उन्होंने प्रशिक्षण के माध्यम से यहां के खिलाड़ियों को तराशा व फुटबॉल व हॉकी के कई बेहतरीन खिलाड़ी बनाये, जिसका परिणाम रहा कि खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया. खिलाड़ियों ने राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आयोजित होनेवाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और काफी अच्छा प्रदर्शन किया. फादर पीपी वनफल का जीवन आदर्श से भरा है. उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें. इससे पूर्व एराउज गुमला के निदेशक फादर जोर्ज सोरेंग ने स्वागत भाषण दिया. मौके पर रेक्टर फादर निकोलस टेटे, फादर प्रफुल्ल एक्का, फादर एल्फिज केरकेट्टा, शिक्षक नीलम प्रकाश लकड़ा, धीरज केरकेट्टा, काथलिक महिला संघ की अध्यक्ष फ्लोरा मिंज, स्पोर्ट्स एकेडमी के सचिव सह प्रशिक्षक सैय्यद जुन्नू रैन समेत अन्य पुरोहित, सिस्टर, एराउज कर्मी व हाइस्कूल व इंटर कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है