संत पीयूष जनता उवि में मनाया गया संत पीयूष दसवें पर्व
जारी
. संत पीयूष जनता उवि भिखमपुर में संत पीयूष दसवें का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया. मिस्सा अनुष्ठान मुख्य अधिष्ठाता फादर जोन टोप्पो ने कराया. सहयोगी के रूप में फादर ग्रेगोरी कुल्लू, फादर अमृत कुजूर, फादर प्रेम प्रकाश इंदवार, फादर संदीप मिंज शामिल थे. एचएम ग्रेगोरी कुल्लू ने कहा कि देश में सदियों से महान संतों ने जन्म लेकर भारत भूमि को धन्य किया है. जिससे भारत को विश्व गुरु कहा जाता है. महापुरुषों ने इस धरती में जन्म लेकर समाज में फैली बुराइयां व कुरीतियों को दूर करते हुए सच्चे मार्ग पर चलते हुए भक्ति भावना से समाज को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया है. उन्हीं में से एक संत पीयूष भी थे. उन्होंने कहा कि संत जन्म नहीं लेते, बल्कि वह अपने कर्तव्यों की बदौलत संत बनते हैं. संत पीयूष बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि, दयालु व मृदुभाषी थे. उनका कथन था कि सभी कार्यों को ख्रीस्त में पुनः स्थापित करना है, ताकि उनमें ख्रीस्त दृश्यमान हो सके. इस कथन को पूरे जीवन में लागू कर सभी क्षेत्रों में लोगों को आगे बढ़ाने के लिए अपने जीवन भर प्रयास किया और सफल भी हुए. मिस्सा अनुष्ठान के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों ने एक गीत व संगीत पेश किये. मौके पर वीरेंद्र मिंज, तिंतीयुस मिंज, भाएलेट एक्का, राहुल कुमार, पवन मिंज, क्रेसेनसिया तिर्की, गीता टोप्पो समेत बच्चे उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है