गुमला : गुमला जिले के असुर, कोरवा, बिरहोर व बृजिया आदिम जनजाति की तकदीर बदलेगी. इसके लिए गुमला प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है. शुक्रवार को आदिम जनजातियों (पीवीटीजी) के विकास से संबंधित कार्यों व योजनाओं की समीक्षा बैठक उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में समाहरणालय भवन गुमला में हुई. डीसी ने बताया कि पीवीटीजी परिवारों के चिह्नित गांवों में विशेष कैंप लगाया लगाया जा रहा है. कैंप के माध्यम से सभी विशेष रूप से अति संवेदनशील समूहों का विभिन्न सरकारी दस्तावेज व कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. जिले के शत-प्रतिशत पीवीटीजी परिवारों को सरकार के प्रत्येक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले.
इसके लिए सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें. उपायुक्त ने कैंप के माध्यम से शत-प्रतिशत परिवारों का आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, वोटर आइडी कार्ड आदि जैसे आवश्यक दस्तावेज बनाने का सख्त निर्देश दिया. पीवीटीजी गांवों को विभिन्न आवास योजनाओं से भी आच्छादित करने की बात कही और प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच करवाने और उन्हें उचित उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने पीवीटीजी गांवों में आवश्यकता के अनुसार मोबाइल मेडिकल यूनिट उपलब्ध कराने की बात कही.
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साथ ही पीवीटीजी गांवों के घरों को हर घर नल योजना, उज्ज्वला योजना, पीएम किसान, केसीसी, पीएम विश्वकर्मा योजना, पीएम जीवन ज्योति योजना, सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना आदि जैसी सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करने तथा आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत व नये आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण करने का निर्देश दिया. बैठक में सभी विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे.