गुमला.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार व मंदिरों के तोड़े जाने के विरोध में बुधवार को गुमला शहर बंद रहा. सनातन धर्मावलंबियों ने गुमला शहर में जनसभा की और विशाल आक्रोश रैली निकाली. साथ ही राष्ट्रपति के नाम गुमला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. रैली पालकोट रोड केदार बागान से शुरू होकर डीएसपी रोड, पालकोट रोड, टावर चौक, मेन रोड, महावीर चौक, लोहरदगा रोड होते हुए सभा में तब्दील हुई. इस बीच हिंदू समाज के लोगों ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया. रैली गुमला शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरते हुए लोहरदगा रोड स्थित बस डिपो पहुंची. इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिल कर ज्ञापन सौंपा. रैली में सभी लोग हाथों में तख्ती व बैनर लेकर चल रहे थे. तख्ती में लिखा हुआ था खतरे में हिंदू. इधर रैली में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, पूर्व सांसद सुदर्शन भगत, भाजपा प्रदेश कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर अरुण उरांव, जिप गुमला की उपाध्यक्ष संयुक्त देवी समेत गुमला के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, व्यापारिक संगठन के लोग शामिल हुए. मौके पर शशि प्रिया बंटी, संजीव उर्वशी, अरुण साहू, अनिल आनंद, रवींद्र सिंह, शम्मी, मुकेश सिंह, यशवंत सिंह, श्याम मंत्री, यशराज सिंह, बबलू वर्मा, नटवर अग्रवाल, सन्नी साबू, चीनू साबू, लालचंद फोगला, भोला चौधरी, रवींद्र सिन्हा, अमन आनंद, बिट्टू, आतिश, गोकुल, आशु, सुमित, विकास सिंह, संयुक्ता देवी, शैल सिंह, अनुपमा कुमारी, पूनम सिंह, शकुंतला देवी, सत्यनारायण पटेल, शिवम जायसवाल, गोपाल शर्मा, संजय वर्मा, मनीष बाबू, मनीष सिंह, मनीष हिंदुस्तान, निर्मल गोयल, राजीव कुमार, उज्जवल केशरी, मंगल सिंह भोक्ता, बालकेश्वर सिंह, बाघंबर ओहदार, रवींद्र सिंह मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है