विनोद जैन कंस्ट्रक्शन कंपनी की साइट पर दो बार किया था हमला,
संवेदक धर्मेंद्र जैन से मांगी थी 40 लाख रुपये लेवी
गुमला.
बसिया प्रखंड के पोकटा नदी में बन रहे हाई लेबल पुल निर्माण स्थल के समीप बने कैंप पर हमला कर विनोद जैन कंस्ट्रक्शन कंपनी छत्तीसगढ़ के संवेदक धर्मेंद्र जैन से 40 लाख रुपये की लेवी मांगने वाले तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया. गिरफ्तार अपराधियों में कुम्हारी बसिया निवासी शंकर प्रधान (21), आजाद साहू (20) व गणेश हजाम (21) शामिल हैं. अपराधियों के पास से एक लोडेड देसी कट्टा, आठ एमएम का एक जिंदा कारतूस, 7.65 एमएम का पांच जिंदा कारतूस व मोबाइल फोन बरामद किया गया है. तीनों अपराधी ब्लैक कोबरा संगठन के नाम पर लेवी की मांग की थी. एसपी शंभु कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि विनोद जैन कंस्ट्रक्शन कंपनी के संवेदक धर्मेंद्र जैन द्वारा बसिया से सिसई प्रखंड तक सड़क व पुल निर्माण का कार्य कराया जा रहा है. संवेदक से नौ अगस्त 2024 को मोबाइल नंबर 7292844210 से अज्ञात अपराधियों ने फोन कर 40 लाख रुपये लेवी की मांग की थी. इस मामले में बसिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पुनः 27 अगस्त को पांच से छह अज्ञात अपराधियों ने पोकटा स्थित पुल निर्माण कार्य में लगे वाहन की तोड़-फोड़ व कर्मी के साथ मारपीट करते हुए लेवी के लिए धमकी दी थी. इस संबंध में बसिया थाना में कांड अंकित किया गया था. दोनों घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने कांड का शीघ्र उद्भेदन के लिए एसडीपीओ बसिया नजीर अख्तर के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन किया था. अनुसंधान व गुप्त सूचना पर सत्यापन के क्रम में पांच सितंबर को छापेमारी के दौरान शंकर प्रधान की तलाशी में एक देसी लोडेड कट्टा, एक गोली व उसके घर में मौजूद सहयोगी गणेश हजाम के पास से पांच 7.65 एमएम का जिंदा गोली बरामद किया गया. शंकर प्रधान के घर पर उपस्थित गणेश हजाम व आजाद साहू से पूछताछ की गयी, तो तीनों ने उक्त घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर कांड में संलिप्त अन्य व्यक्ति सतीश, संतोष गोप, संजय एवं एक अन्य व्यक्ति जिसे भाटू कहा जाता है. उसके बारे में बताया. गिरफ्तार अपराधियों ने बताया गया कि 27 अगस्त की सुबह समय 5.30 बजे पोकटा पुल निर्माण कार्य के पास जाकर लेवी नहीं देने के कारण कार्य में लगे वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया था. साथ ही वहां उपस्थित कर्मियों के साथ मारपीट और पुनः लेवी की मांग की गयी थी. एसपी ने बताया कि इस कांड में संलिप्त अन्य अपराधियों के विरुद्ध लगातार छापेमारी की जा रही है. कांड का अनुसंधान तकनीकी रूप से किया जा रहा है. छापेमारी दल में एसडीपीओ नजर अख्तर के अलावा पुअनि जितेंद्र कुमार राम, थाना प्रभारी बसिया पुअनि सुनिल रविदास, पालकोट थानेदार पुअनि जहांगीर, कामडारा थाना प्रभारी शशि प्रकाश, पुअनि कृष्णा कुमार, पुअनि मोहन कुमार सिंह आदि शामिल थे.तीनों अपराधी कॉलेज के छात्र:
तीनों गिरफ्तार अपराधी इंटर व स्नातक के छात्र हैं. केओ कॉलेज गुमला व बसिया के एक निजी कॉलेज में वे पढ़ाई करते हैं. परंतु इन छात्रों के घर की स्थिति ठीक नहीं है. एक छात्र ने बताया कि वह कॉलेज का फीस भरने के लिए बहकावे में आकर क्राइम किया है. उसे पता नहीं था कि बहकावे में आकर वह पुलिस केस में फंस जायेगा और उसे जेल भी जाना पड़ सकता है. वहीं एक अपराधी ने बताया उसके घर में पानी की समस्या है. वह अपने घर में बोरिंग कराना चाह रहा था, परंतु उसके पास पैसा नहीं था. इसलिए वह अपने एक साथी के बहकावे में आकर पुल निर्माण में लेवी मांगने पहुंच गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है