जारी थाना की सिकरी पंचायत के पाकरडीह गांव में घटी घटना
जारी(गुमला).
गुमला जिले के जारी थाना स्थित सिकरी पंचायत के पाकरडीह गांव में गुरुवार की शाम को वज्रपात की चपेट में आने से आदिम जनजाति आंवराटोली निवासी मनरखन कोरवा व सुनील कोरवा की मौत हो गयी. जबकि छह लोग झटके से घायल हो गये. सभी घायलों को बेहोशी हालत में गुमला सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार सभी लोग कुछ काम से पाकरडीह गांव आये थे. तभी तेज बारिश होने लगी, तो वे लोग पुआल के मचान के नीचे बचने के खड़े हो गये. तभी अचानक वज्रपात हुआ, जिसमें घटना स्थल पर ही दो आदिम जनजाति युवकों की मौत हो गयी. वहीं आंवराटोली निवासी ही दीपू कोरवा, बिरन कोरवा, नरेश कोरवा, करण कोरवा, दुष्यंत खेरवार, सुरेंद्र कोरवा, नेम्हास लकड़ा व पाकरडीह निवासी कोहना बैगा वज्रपात की चपेट में आकर बेहोश हो गये. इन छह लोगों की भी स्थिति खराब है. घटना की सूचना पर थाना प्रभारी आदित्य कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच शवों को कब्जे में लेकर थाना ले आये और घायलों को गुमला भेज दिया. घटना के बाद परिजनों को रो-रो कर बुरा हाल है.कामडारा में वज्रपात से तीन लोग घायल
कामडारा.
प्रखंड मुख्यालय के हरिजन कॉलोनी में एक घर की दीवार पर वज्रपात होने से तीन लोग घायल हो गये. घायलों में देवंती देवी, शंकर बढ़ही व गौरी देवी शामिल हैं. तीनों घायलों को सीएचसी कामडारा में भर्ती कराया गया, जहां गौरी देवी को बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने रिम्स रेफर कर दिया. घटना के संबंध में घायलों के परिजन विशम्बर बढ़ही ने बताया कि सभी बुधवार की रात परिवार अपने घर में गहरी नींद में सो रहे थे. इस बीच रात एक बजे के आसपास अचानक घर की दीवार के बीच अचानक वज्रपात होने से मेरी पत्नी देवंती देवी, ससुर शंकर बढ़ही व सरहज गौरी देवी को वज्रपात का झटका लगने से घायल हो गये थे.रायडीह में वज्रपात से 27 बकरियों की मौत
रायडीह
. सुरसांग थाना अंतर्गत कोंडरा पंचायत के कसीरा नवाटोली गांव में 10 किसानों की 27 बकरियों की मौत वज्रपात से हो गयी. पीड़ित किसानों ने बताया कि वे लोग बुधवार कि शाम में बकरी चरा कर वापस नवाटोली लौट रहे थे, तभी रास्ते में बारिश शुरू हो गयी. बारिश के वज्रपात हुआ, जिसके चपेट में आने से 27 बकरियों की मौत हो गयी. वहीं साथ में चल रहे एक व्यक्ति को हल्का झटका लगा. किसान संजय लोहरा के पांच, दीपक रौतिया के पांच, प्रताप रौतिया के एक, कमलेश रौतिया के एक, दिलीप रौतिया के एक, सुरेश रौतिया के एक, आनंद रौतिया के पांच, बलदेव रौतिया के दो, बुद्धेश्वर रौतिया के तीन समेत अन्य किसानों की बकरियां शामिल हैं. घटना के बाद सुरसांग थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने घटनास्थल पहुंच कर पशु चिकित्सक डॉक्टर तेज नारायण गुरु से बात कर मृत बकरियों का पोस्टमार्टम कराया, जिससे किसानों को उचित मुआवजा मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है