गुमला : गुमला में जिला प्रशासन ने अनोखी पहल की है. गुमला के सप्ताहिक बाजार को आदर्श बाजार का रूप दिया गया है. यहां प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. कागज की थैली लाने पर ही सब्जी देने का निर्देश दुकानदारों को दिया गया है. आदर्श बाजार की शुरुआत प्रशासन ने कागज की थैली ग्राहकों के बीच बांटकर किया है. वहीं, आदर्श बाजार व्यवस्था अंतर्गत मंगलवार को गुमला के डेली सब्जी बाजारों में नारी शक्ति महिला समूहों द्वारा हस्त निर्मित कागज की थैलियों का वितरण किया गया. प्लास्टिक के प्रचलन को कम करने के लिए गुमला प्रशासन ने यह पहल शुरू की है.
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प्रशिक्षु आइएएस मनीष कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि ग्राहकों के बीच कागज की थैलियों का वितरण किया गया. जिला प्रशासन की इस पहल को बाजार में आने वाले लोगों ने सराहना की. उन्होंने बताया कि गुमला जिला के सब्जी बाजार- हाटों में आज से सभी क्रेता जो प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग कर रहे थे, उन्हें महिला मंडल द्वारा निर्मित कागज की थैलियां जिला प्रशासन की ओर से मुहैया करायी गयी.
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक के उपयोग को वर्जित करना है. यह हमारा संकल्प है कि हमारे सारे बाजार- हाट आदर्श हाट के रूप में बने तथा गुमला प्लास्टिक मुक्त हो सके. इस दौरान गुमला के सभी सब्जी मार्केट में सोशल डिस्टिंसिंग का पालन करते हुए दुकानदार ग्राहकों को समान दिया गया. मौके पर नगर प्रबंधक अनंत खलखो, हिमांशु मिश्रा, कुद्दूसी यूसुफजई, सचिन स्नेही समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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वहीं, बसिया अनुमंडल की पुलिस की पहल पर पालकोट प्रखंड के गांधी नगर स्थित सीजीएम चर्च की अनाथ बच्चे-बच्चियों ने जागरूकता अभियान चलाया था. कोरोना से बचाव के स्लोगन खुद से लिखे और पेंटिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया. कोविड 19 के बचाव के लिए बच्चों द्वारा निकाले गये जागरूकता अभियान में पुलिस भी शिरकत की. मौके पर सभी 15 अनाथ बच्चे और बच्चियों को कोविड 19 से बचने के लिए थाना प्रभारी के द्वारा प्रेरित भी किया गया था.