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शहीद अलबर्ट एक्का के जारी प्रखंड में विकास पर क्यों लगी ब्रेक, पढ़े ये रिपोर्ट

Jharkhand news, Gumla news : परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का (Paramveer Chakra winner martyr Albert Ekka) के नाम से बने जारी प्रखंड के 9 साल हो गये. लेकिन, इस प्रखंड के 60 गांव आज भी विकास के लिए तड़प रहा है. जिस उम्मीद से जारी को प्रखंड बनाया गया. वह उम्मीद आज भी सरकारी बाबुओं के दफ्तरों के कागजों में दम तोड़ रही है. विकास के नाम पर यहां सिर्फ वादे हुए हैं. प्रखंड की जो स्थिति है. यह किसी गांव से भी बदतर है. अगर आज जारी प्रखंड अपने विकास के लिए तड़प रहा है, तो इसके पीछे राजनीति दावंपेंच एवं नेताओं की बेरुखी है.

Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान) : परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का (Paramveer Chakra winner martyr Albert Ekka) के नाम से बने जारी प्रखंड के 9 साल हो गये. लेकिन, इस प्रखंड के 60 गांव आज भी विकास के लिए तड़प रहा है. जिस उम्मीद से जारी को प्रखंड बनाया गया. वह उम्मीद आज भी सरकारी बाबुओं के दफ्तरों के कागजों में दम तोड़ रही है. विकास के नाम पर यहां सिर्फ वादे हुए हैं. प्रखंड की जो स्थिति है. यह किसी गांव से भी बदतर है. अगर आज जारी प्रखंड अपने विकास के लिए तड़प रहा है, तो इसके पीछे राजनीति दावंपेंच एवं नेताओं की बेरुखी है.

अलबर्ट एक्का जारी प्रखंड में सरकारी भवनों के निर्माण पर रोक लग गया है. जारी में अस्पताल एवं आईटीआई भवन बनना है. 8 साल पहले इन भवनों के निर्माण पर काम शुरू हुआ था, लेकिन अब काम बंद है. अस्पताल नहीं रहने के कारण जारी प्रखंड के लोग छत्तीसगढ़ राज्य या फिर 70 किमी की दूरी तय कर गुमला इलाज कराने आते हैं. प्रखंड की सड़कें भी खराब है. इस प्रखंड में प्रवेश करने का हर रास्ता टूटा हुआ है.

विकास को तड़पता जारी

विकास ठप होने का मुख्य कारण राजनीति दावंपेंच है. जारी प्रखंड छत्तीसगढ़ राज्य से सटा हुआ है. 19 मार्च, 2010 को प्रखंड बने जारी में 5 पंचायत है. इसमें 60 गांव आता है. आबादी 30 हजार 926 है. यह पहला प्रखंड है जहां सोलर से बिजली जलती है, लेकिन कुछ ही इलाकों तक बिजली है. ग्रामीण विद्युतीकरण के तहत कई गांवों में बिजली नहीं पहुंची है. 10 प्लस टू स्कूल शुरू हुई, लेकिन महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं हैं. शौचालय नहीं बना है. कई गांव के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं.

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ग्रामीणों ने सुनाया गांव का दर्द

ग्रामीण ईरान कुजूर ने कहा कि जारी प्रखंड बनने के बाद किसी तरह का विकास कार्य नहीं हुआ है. यहां मात्र थाना, प्रखंड, अंचल बना है. मनसाय बड़ाईक ने कहा कि जारी प्रखंड में आईटीआई भवन बनकर तैयार है, लेकिन पढ़ाई चालू नहीं होने से यहां के युवक- युवतियां आईटीआई करने दूसरे राज्य जाने को विवश हैं. मनोज विश्वकर्मा ने कहा कि अस्पताल 9 साल से बन रहा है, लेकिन अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है. जिससे प्रखंडवासियों को छत्तीसगढ़ और 70 किमी दूर गुमला जाकर इलाज कराने को मजबूर हैं. रमेश्वर बड़ाईक ने कहा कि भिखमपुर से लेकर मेराल तक का रोड अधूरा रहने से हमलोगों को आने- जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जीवन विद्ययस तिर्की ने कहा कि जारी प्रखंड में शिक्षा विभाग के कार्यालय नहीं रहने से यहां के शिक्षक अभी भी 50 किमी दूरी तय करके डुमरी कार्यालय जाने को मजबूर हैं.

पूर्व की बीजेपी सरकार ने जारी प्रखंड की उपेक्षा की : भूषण तिर्की

इधर, गुमला के विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि शहीद के प्रखंड जारी के विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहा हूं. अस्पताल सहित कई कमियों को दूर करने की मांग मैंने राज्य सरकार से की है. बीजेपी सरकार के शासन में जारी प्रखंड में विकास का काम नहीं हुआ है, जिसका खमियाजा लोगों को भुगतनी पड़ रही है.

Posted By : Samir Ranjan.

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