हजारीबाग.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सीताराम येचुरी के निधन पर मंजूर भवन में शोक सभा की. अध्यक्षता सीपीआइएम के जिला सचिव ईश्वर महतो और संचालन गणेश कुमार सीटू ने किया. गणेश कुमार ने कहा कि सीताराम येचुरी एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के प्रमुख नेता थे, जो वामपंथी नीतियों और सामाजिक न्याय की वकालत के लिए जाने जाते थे. विशेष रूप से मजदूर वर्ग के सामने आने वाली चुनौतियों और भारत में प्रगतिशील सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया करते थे. पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि येचुरी ने 1974 में जेएनयू में पढ़ाई करते स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया एसएफआई के कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. मौके पर जेसी मित्तल, सुदीप चैटर्जी, हरेंद्र सरकार, रामविलास सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अनिरुद्ध प्रसाद, तपेश्वर राम, विपिन कुमार सिन्हा, सुरेश कुमार दास, गुलाब साहू, गुलाम जिलानी, महेंद्र राम, शंभू कुमार, डॉ अनवर हुसैन, निजाम अंसारी, मजीद अंसारी, शौकत अनवर, विजय कुमार, इम्तियाज़ अहमद, इंद्र विजय सिंह, ज्ञानेंद्र दुबे, लाल बहादुर शास्त्री, नंदन प्रसाद, अखिलेश कुमार मिश्रा, रोहित प्रसाद मेहता, इंद्र विजय, मो हकीम आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है