केरेडारी.
देवघटवा नदी में पुल नहीं रहने से कंडाबेर पंचायत के चार गांव बरसात के दिनों में पूरी तरह से प्रभावित हो जाते हैं. इसमें पंचायत के इतिज, सिरमा, नावाडीह व बसरिया गांव शामिल है. बरसात के दिनों में नदी में पानी लबालब भर जाता है. प्रखंड मुख्यालय से लोगों का संपर्क टूट जाता है. इन गांवों में सबसे अधिक दलित आदिवासी परिवार के लोग रहते हैं. केरेडारी प्रखंड मुख्यालय से महज 15 किमी दूरी पर है. इतिज गांव के धनराज गंझू ने बताया कि देवघटवा नदी में पुल नहीं रहने के कारण जब गांव के लोग बरसात के दिनों में बीमार हो जाते हैं तो स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाने में दिक्कत होती है. विशेष परिस्थिति में नावाडीह होकर जाते हैं, जो पांच किमी अतिरिक्त घुमकर जाना पड़ता है. भोला गंझू, कुलदीप गंझू, सुरेश गंझृ, बिक्रम गंझृ, दिनेश मिंज, बिक्रम उरांव, कार्तिक गंझू, चन्द्रदेव गंझू समेत अन्य लोगों ने बताया कि देवघटवा नदी में पुल की जरूरत है. कंडाबेर के मुखिया दिनेश साव ने बताया कि देवघटवा नदी में पुल निर्माण के लिए एनटीपीसी, डीएमएफटी व विधायक को आवेदन दिया गया है, लेकिन को पहल नहीं हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है