जयनारायण हजारीबाग. मांडू विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण मतदाताओं की जागरूकता शहर के लोगों के लिए एक मिसाल है. गांव की महिलाओं ने कहा कि वोट देना पहला काम है, जिसे वे किसी भी स्थिति में टाल नहीं सकती. दारू, टाटीझरिया और चुरचू प्रखंड के करीब-करीब सभी बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गयी. कई बूथों पर 11 बजे तक 50 प्रतिशत से अधिक मत पड़ चुके थे. इनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी. दारू प्रखंड के कंजिया मध्य विद्यालय में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाता अधिक संख्या में वोट करने पहुंची थीं. इस मतदान केंद्र में 875 मतदाता हैं, जिसमें आदिवासी मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. मतदान करने आयी लक्ष्मी देवी ने कहा कि मतदान के लिए मैं सुबह पांच बजे से ही घर के काम को निबटाना शुरू किया था. उसने बताया कि खेत में धनकटनी के लिए दिहाड़ी मजदूरी के रूप में काम करती हूं. इसमें 200 रुपया और दोपहर का खाना मिलता है. इसलिए मतदान के लिए सुबह नौ बजे ही लाइन में खड़ी हो गयी हूं. इसी मतदान केंद्र में खड़ी रीता देवी ने कहा कि धनकटनी के लिए खेत जाना है, इसलिए सुबह-सुबह वोट देने के लिए पहुंच गयी हूं. जिरवा देवी ने कहा कि इस गांव की अधिकतर महिला मतदाता धनकटनी के काम में लगी हुई हैं. इसलिए पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की लाइन लंबी है. महामुनि देवी ने बताया कि इस मतदान केंद्र में मतदाताओं की संख्या अधिक है और गांव भी बड़ा है, इसलिए सभी महिला मतदाता पहले मतदान करेंगी, फिर खेत-खलिहान में जायेंगी. दिगवार की रेवाली अगेरिया ने बताया कि वोट के बाद खेत जाकर काम करना है, इसलिए सुबह-सुबह मतदान के लिए आयी हूं.
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